मौजूदा कृषि कानूनों में छिपी हैं भविष्य के बंगाल के अकाल और लाखों मौतों की तस्वीरें!

हर बीतते दिन के साथ दिल्ली की सीमाओँ पर चल रहे किसान संघर्ष के असंख्य आयाम अब तक काफी खुल…

कभी आय में बीडीओ को मात देने वाले किसान की हैसियत अब चपरासी के बराबर भी नहीं

‘उत्तम खेती मध्यम बान, निकृष्ट चाकरी भीख निदान’ की पुरानी उक्ति अब कृषि प्रधान देश में पूर्णरूप से उलट गई…