Tag: democracy

  • रायपुर: राजसत्ता के दमन, काले कानूनों की वापसी और राजनैतिक बंदियों की रिहाई को लेकर प्रदर्शन

    रायपुर: राजसत्ता के दमन, काले कानूनों की वापसी और राजनैतिक बंदियों की रिहाई को लेकर प्रदर्शन

    बस्तर/रायपुर। राज्य-सत्ता के दमन, काले कानूनों की समाप्ति, राजनैतिक बंदियों की रिहाई आदि  मांगों पर लोकतंत्र की रक्षा के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत कल रायपुर बूढ़ा तालाब धरना स्थल में प्रदेश के जनवादी संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। धरना में उपस्थित संगठनों ने कहा कि आज …

  • अमिताभ ठाकुर नहीं, लोकतंत्र को कर लिया है योगी ने कैद

    अमिताभ ठाकुर नहीं, लोकतंत्र को कर लिया है योगी ने कैद

    एक जबरिया रिटायर्ड आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर जो एक्टिविस्ट भी हैं जिसकी पत्नी डॉ. नूतन ठाकुर मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार हैं। वह मुख्यमंत्री से चुनाव लड़ने की जुर्रत करें भला यह बात कैसे आज के समय में बर्दाश्त की जा सकती है? जहां रामराज्य हो  गोरखनाथ पीठ के मठाधीश योगी सत्तारूढ़ हों। वहां अफसर…

  • सवाल विपक्ष के पक्ष का है

    सवाल विपक्ष के पक्ष का है

    संसद के बीते मानसून सत्र में विपक्षी दलों के नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होने के संकेत मिले। इस संकेत ने सत्र के ठीक बाद कुछ अधिक ठोस रूप लिया, जब 19 विपक्षी दलों ने एक साथ बैठक की। बैठक के बाद एक साझा बयान जारी किया गया। उसमें कहा गया- ‘हम, 19 विपक्षी…

  • वाराणसी: सड़क पर चल रही है हौसले की लड़ाई!

    वाराणसी: सड़क पर चल रही है हौसले की लड़ाई!

    किसी की न सुनने का नाम  अगर लोकतंत्र है तो सत्ता का बहरापन उसे तानाशाही की ओर ले जाता है जहां वो किसी की न सुनकर अपने मन की बात कहकर केवल अपने मन की करता है। उसकी ये निर्ममता लोगों के सपनों का कत्ल करती है। लोगों से उनका अधिकार छीन लिया जाता है।…

  • दुनिया को न तो मध्यकालीन बर्बर तालिबान चाहिए; न बर्बर अमेरिकी या कोई अन्य साम्राज्यवाद

    दुनिया को न तो मध्यकालीन बर्बर तालिबान चाहिए; न बर्बर अमेरिकी या कोई अन्य साम्राज्यवाद

    न्याय, समता, बंधुता, लोकतंत्र और समृद्धि पर सबके समान हक का पक्षधर कोई भी व्यक्ति या संगठन किसी भी ऐसे व्यक्ति, संगठन, समुदाय या देश का समर्थन नहीं कर सकता या उसके पक्ष में खड़ा नहीं हो सकता, जो इन विचारों एवं मूल्यों में विश्वास न रखते हों और व्यवहार में लागू करने की पुरजोर…

  • अमेरिका और तालिबान के बीच कब्जे की फिक्सिंग!

    अमेरिका और तालिबान के बीच कब्जे की फिक्सिंग!

    तालिबान दुनिया के सबसे निकृष्ट लोगों में से एक हैं। जो न दूसरों की सुनना जानते हैं और न समझना। स्वतंत्रता-समता, लोकतंत्र इनके बंदूक के आगे है ये दुनिया को वापस ज़हालत, धार्मिक कट्टरता की अंधी सुरंग में ले जाना चाहते हैं जहां मानवीय मूल्यों की समाप्ति हो जाए। इन लोगों का जड़ से समूल…

  • जंतर-मंतर नारेबाजी को ‘अलोकतांत्रिक’ और नुकसान पहुंचाने वाली कहकर कोर्ट ने जमानत से किया इनकार

    जंतर-मंतर नारेबाजी को ‘अलोकतांत्रिक’ और नुकसान पहुंचाने वाली कहकर कोर्ट ने जमानत से किया इनकार

    दिल्ली की एक अदालत ने यहां जंतर-मंतर पर एक प्रदर्शन के दौरान सांप्रदायिक नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार तीन लोगों को जमानत देने से इनकार करते हुए कहा कि उनमें से एक को ‘नुकसान पहुंचाने वाली’ और ‘अलोकतांत्रिक’ टिप्पणी करते हुए देखा जा सकता है। न्यायाधीश ने रेखांकित किया कि आरोपी दीपक सिंह को…

  • सत्ता के साथ मिलकर गंदे खेल में शामिल हो गया है ट्विटर: राहुल गांधी

    सत्ता के साथ मिलकर गंदे खेल में शामिल हो गया है ट्विटर: राहुल गांधी

    नई दिल्ली। ट्विटर हैंडल ब्लॉक किए जाने के मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बयान जारी कर इसे लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश करार दिया है। वीडियो के जरिये जारी इस संदेश में उन्होंने कहा है कि मेरे ट्विटर हैंडल पर रोक लगा करके वे हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप…

  • प्रो. डेजी नारायण लोकतंत्र की लड़ाई में सामूहिक ऊर्जा की स्रोत हैं: दीपंकर भट्टाचार्य

    प्रो. डेजी नारायण लोकतंत्र की लड़ाई में सामूहिक ऊर्जा की स्रोत हैं: दीपंकर भट्टाचार्य

    पटना। आइसा, इनौस, एआईपीएफ व ऐपवा की ओर से गुरुवार को माले विधायक दल कार्यालय में प्रो. डेजी नारायण की याद में एक श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें कई राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पटना का नागरिक समाज जुटा।माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रो. डेजी नारायण…

  • सदन में किसी की हत्या हो जाए तो आश्चर्य मत कीजिएगा!

    सदन में किसी की हत्या हो जाए तो आश्चर्य मत कीजिएगा!

    मीडिया बार-बार संसद की अराजकता का फुटेज दिखाता है पर वह यह नहीं बताता कि मोदी के कार्यकाल में यह क्यों हो रहा। क्या मोदी को कोई रिमोट से नियंत्रित कर रहा है जिसके कारण सदन की यह हालत हो गयी है। जब तक आप यह नहीं समझेंगे कि इस लोकतंत्र का रिमोट किसके हाथ…