विकसित देशों में भी महिलाओं के साथ होता है काम पर आधारित भेदभाव
औद्योगिक क्रान्ति की शुरूआत तथा पूंजीवादी व्यवस्था के जन्म के समय मज़दूरों का अमानवीय शोषण होता था। काम के घंटे तय नहीं थे। दस से [more…]
औद्योगिक क्रान्ति की शुरूआत तथा पूंजीवादी व्यवस्था के जन्म के समय मज़दूरों का अमानवीय शोषण होता था। काम के घंटे तय नहीं थे। दस से [more…]
नई दिल्ली। 3 दिसम्बर, 2023 को अबू धाबी में सीओपी-28 की मीटिंग में जब ‘जलवायु और स्वास्थ्य पर उद्घोषणा’ पेश की गयी तब भारत ने [more…]
जितने लोग दूसरे विश्वयुद्ध में मारे गये थे, उससे कहीं ज़्यादा लोग ‘तीसरे विश्वयुद्ध’ में मारे गये। यह तीसरा विश्वयुद्ध नज़र नहीं आया, लेकिन यह [more…]