विशेष आलेख: उस घोषित आपातकाल से ज्यादा भयावह है यह अघोषित आपातकाल
आपातकाल यानी भारतीय लोकतंत्र का एक बेहद स्याह और शर्मनाक अध्याय….एक दु:स्वप्न…एक मनहूस कालखंड! पूरे 45 बरस हो गए जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने [more…]
आपातकाल यानी भारतीय लोकतंत्र का एक बेहद स्याह और शर्मनाक अध्याय….एक दु:स्वप्न…एक मनहूस कालखंड! पूरे 45 बरस हो गए जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने [more…]
मैंने अपनी ज़िंदगी में कई तानाशाहों को चढ़ते और गिरते देखा है। आज मैं इस अप्रिय नस्ल के लोगों की पिछली पीढ़ियों को याद कर [more…]
राजनीति का आम सहजबोध यह है कि सत्ता की निरंकुशता लोकतंत्र का निषेध है। लोकतंत्र राजनीतिक सत्ता का गठन तो करता है, लेकिन उसे निरंकुश नहीं होने [more…]