मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया, हर फ़िक्र को धुएं में उड़ाता चला गया’’, फ़िल्म ‘हम दोनों’ में देव आनंद पर फ़िल्माया गया यह नग़मा, जैसे उनका खु़द का बयान है। यह उनकी ज़िंदगी के फ़लसफ़े को दर्शाता...
इब्राहिम अल्काज़ी रंगमंच की दिग्गज शख़्सियत थे। उनके बिना आधुनिक भारतीय रंगमंच का तसव्वुर नहीं किया जा सकता। उन्होंने देश की आज़ादी के बाद भारतीय रंगमंच को एक नई दिशा प्रदान की। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय यानी ‘नेशनल स्कूल ऑफ़...
क्या यह माना जाये कि देश के सबसे बड़े न्यायालय उच्चतम न्यायालय का टर्नअराउंड हो गया है। पिछले चार चीफ जस्टिसों ,जस्टिस खेहर,जस्टिस दीपक मिश्रा ,जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस एस ए बोबडे के बाद जबसे जस्टिस एनवी रमना...
क्या आप विश्वास करेंगे कि उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अधीनस्थ न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीशों /न्यायिक अधिकारियों पर अनिधिकृत दबाव डालकर निर्णयों को प्रभावित करते हैं? नहीं न ! लेकिन जम्मू कश्मीर का एक ऐसा मामला सामने आया...
किसान संसार का अन्नदाता है, लेकिन आज की व्यवस्था में वह स्वयं प्राय: दाने-दाने को तरस जाता है। उसकी कमाई से कस्बों से लेकर नगरों में लोग फलते-फूलते हैं, पर उसके हिस्से में आपदाएं ही आती हैं। सूखे की...
हाल ही में जारी, विश्व भूख सूचकांक या ग्लोबल हंगर इंडेक्स के आंकड़ों में हमारी रैंकिंग 94 पर है। अन्नम ब्रह्म और अतिथि को कभी भी बिना भोजन कराए न जाने देने की परंपरा वाले महान देश की स्थिति...