Friday, April 19, 2024

economy

हमने कभी नहीं कहा था कि हम सबको सरकारी नौकरी देंगे। हम ये अभी भी नहीं कह रहे हैं: रविशंकर प्रसाद

धीरज रखें। इस पंक्ति को पढ़ते ही अधीर न हों। यह मेरे लेख के सबसे कम महत्वपूर्ण बातों में से एक है। मगर मंत्री जी प्रभाव को देखते हुए मैंने इसे हेडलाइन में जगह दी है। मैं अपने इस अपराध के...

चरमराती अर्थव्यवस्था में अब एफसीआई की बारी, खाद्य निगम पर भारी पड़ रहा है 3 लाख करोड़ रुपये के कर्जे का बोझ

भारतीय खाद्य निगम के चरमराने की ख़बरें आने लगी हैं। इसी के ज़रिए भारत सरकार किसानों से अनाज ख़रीदती है। सरकार उसके बदले में निगम को पैसे देती है जिसे हम सब्सिडी बिल के रूप में जानते हैं। 2016 तक तो भारतीय...

लूट की अर्थव्यवस्था को खत्म करने के लिए सत्ता के सरदार का गिरेबान पकड़ना जरूरी

मोदी जी समझते हैं कि वे जितना कहते हैं, लोग उतना ही समझते हैं। कहने वाले और सुनने वाले के बीच दूसरे ऐसे अनेक अनुभव काम करते रहते हैं जो कहे गये शब्द अपने अर्थ को प्राप्त करें, उसके पहले ही...

नौकरी और सैलरी संबंधी संकट के बावजूद हिंदूध्वज वाहक बने रहना चाहते हैं सरकारी कर्मचारी

2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनते ही विदेशी निवेशकों ने भरोसा दिखाना शुरू कर दिया था। जिसके कारण भारत में 45 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया। अब वह भरोसा डगमगाता नज़र आ रहा है। जून महीने के बाद से...

निर्मला जी! पकौड़े और दुकान से नहीं संभलेगी भारत की बिगड़ी हुयी भीमकाय अर्थव्यवस्था

भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ मजाक हो रहा है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन ने तो सचमुच में देश को बहीखाते के युग में पहुंचा दिया।  अर्थव्यवस्था के तमाम मोर्चे पर नाकाम जेएनयू की इन मोहतरमा को तो कम से कम इसका श्रेय दिया...

राजनीति को ठीक किए बगैर नहीं होगी अर्थव्यवस्था दुरुस्त

मोदी जी समझते हैं कि वे जितना कहते हैं, लोग उतना ही समझते हैं। कहने वाले और सुनने वाले के बीच दूसरे ऐसे अनेक अनुभव काम करते रहते हैं जो कहे गये शब्द अपने अर्थ को प्राप्त करें, उसके पहले ही...

सत्ता प्रायोजित मॉब लिंचिंग के बीच दो साल पहले ही मंदी ने दे दी थी दस्तक

दुनिया के कई आर्थिक पंडित दो साल पहले ही वैश्विक आर्थिक मंदी के बारे में घोषणा कर चुके हैं कि आने वाले डेढ़ से दो साल के बीच यह दस्तक दे सकती है। अक्टूबर 2017 में एम्सटरडम में हुई एक कॉन्फ्रेंस में मैराथन...

मोदी सरकार के चौतरफा कुप्रबंधन के चलते अर्थव्यवस्था में आयी मंदी: मनमोहन सिंह

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि अर्थव्यवस्था में यह मंदी मोदी सरकार के चौरतफा कुप्रबंधन के चलते आयी है। उन्होंने इसे पूरी तरह से मानव निर्मित बताया है साथ ही...

खास राजनीति से जुड़ा हुआ है यह आर्थिक संकट

काला धन और सफ़ेद धन का फ़र्क़ यही है कि जिस धन में से सरकार के राजस्व का शोधन कर लिया जाता है, वह काले से सफ़ेद हो जाता है। एक कच्चा तेल है और दूसरा परिशोधित । चीन के चार आधुनिकीकरण...

ईहां मंदी आ ही नहीं सकता, परधान जी पॉजिटिव हैं!

संडे को परधान जी ने एलान किया, देश को 5...10 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बना देंगे¡ लोगों ने कहा, परधान जी कुछ भी! ऐसे कैसे होगा? परधान को बोले की खुरक है। वो जवाब बड़ा जबर देते हैं, सो सबकी बोलती बंद कर दिए।...

Latest News

मोदी की गारंटी: भाजपा की जगह मोदी, लोकतंत्र की जगह तानाशाही

मतदान की शुरुआत होने में जब महज पांच दिन बचे थे तब कहीं जाकर मौजूदा सत्ता पार्टी भाजपा ने...