Tag: Farmers Movement
ऐतिहासिक किसान आंदोलन के नेताओं का अभिनंदन और कृषि-किसान संकट पर चर्चा
“ऐतिहासिक किसान आंदोलन के राष्ट्रीय नेताओं का अभिनंदन” कार्यक्रम के तहत देश के कई प्रमुख किसान नेता 30 मार्च 2025 को अखिल भारतीय किसान महासभा [more…]
किसान आंदोलन: मरण-व्रत टूटे, जीवन-संघर्ष जारी रहे
यह अच्छी बात है कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) खनौरी बॉर्डर और शंभू बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के संयुक्त [more…]
क्या देश एक बार फिर किसान-उभार के मुहाने पर है?
पिछले किसान-उभार के बाद देश में एक बार फिर एक जबर्दस्त और बड़े किसान-उभार के संकेत बिलकुल स्पष्ट हो उठे हैं। नोएडा, खनौरी और सिंघु [more…]
किसान आंदोलन की आहट: सरकार किसानों से वार्ता क्यों नहीं कर रही है?
किसान आंदोलन की एक बार फिर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। पंजाब के किसान शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर अपनी लंबित मांगों को लेकर [more…]
अभी भी जारी है भाजपा नीत एनडीए सरकार में भारतीय कृषि का कॉरपोरेटीकरण
भारत में हाल ही में सम्पन्न हुए संसदीय चुनावों में, नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा तीन चुनावों में पहली बार बहुमत हासिल करने में [more…]
स्वामी सहजानंद सरस्वती के किसान आंदोलन में लेखकों-कवियों की थी सहभागिता
आजादी की लड़ाई में गणेश शंकर विद्यार्थी से लेकर रामनरेश त्रिपाठी, माखनलाल चतुर्वेदी, मैथिलीशरण गुप्त, राहुल सांकृत्यायन और रामबृक्ष बेनीपुरी और उग्र तथा अज्ञेय ने [more…]
किसान आंदोलन का चौंतीसवां दिन: उत्साह बरकरार
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन मंगलवार को चौंतीसवें दिन में प्रवेश कर गया। हरियाणा-पंजाब की सीमा (पंजाब की ओर से ज़िला बठिंडा/हरियाणा की [more…]
किसान आंदोलन पार्ट-2: कृषि और किसानों को बर्बाद करने से बाज आए सरकार!
13 फरवरी को पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनीतिक) के आवाहन पर पंजाब से हजारों किसान दिल्ली की तरफ बढ़ चले। हरियाणा [more…]
कैंडल मार्च के जरिए आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि
बीती रात शंभू व खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन-2 में जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया। इसमें हजारों [more…]
किसान आंदोलन: गिरावट का द्योतक है सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष का पत्र
क्या हम एक सजग और संवेदनशील नागरिक समाज न रह कर पार्टियों, नेताओं और सरकारों के भोंपू बन कर रह गए हैं? हम जिस भी पेशे में हैं, क्या [more…]