स्वतंत्रता आंदोलन में RSS की अनुपस्थिति पर कोई सवाल न खड़ा करे, इसलिए गांधी-नेहरू और सुभाष पर उछालते हैं कीचड़
एक ही विचार भूमि पर खड़े लोगों को एक-दूसरे के विरुद्ध खड़ा करने की नीति कुछ संगठनों की प्रिय नीति रही है। जैसे 2 अक्टूबर [more…]
एक ही विचार भूमि पर खड़े लोगों को एक-दूसरे के विरुद्ध खड़ा करने की नीति कुछ संगठनों की प्रिय नीति रही है। जैसे 2 अक्टूबर [more…]
भारत की राजनीति में यह उथल-पुथल का दौर है। 2014 में जिस निश्चित राजनीतिक स्थिरता को लेकर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं-सेवक संघ आत्म-मुग्ध [more…]
वैसे तो हमारी आजादी मूलतः बीसवीं सदी में चले स्वतंत्रता आंदोलन का परिणाम थी। लेकिन 1857 का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम हमारी आजादी की लड़ाई के [more…]
ब्रिटिशराज से आज़ादी के लिए देश की जनता ने करीब दो सौ साल तक लंबी लड़ाई लड़ी। उसमें सभी वर्गो, धर्मों, जातियों और समुदायों ने [more…]
समाजवादी विद्वान व शिक्षाविद् आचार्य नरेन्द्र देव का जन्म 31 अक्टूबर, 1889 को सीतापुर में हुआ था। वे अपने माता-पिता जवाहर देवी एवं बलदेव प्रसाद [more…]
1947 में देश को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी हासिल हुई। यह आजादी कोई खूनी क्रांति नहीं थी, हालांकि आजादी को हासिल करने के लिए [more…]
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे न केवल सुकून देने वाले हैं बल्कि ये देश को एक करने और भारत के संविधान के मूल्यों को पुनर्स्थापित [more…]
आज हम जिस भारत को देखते हैं, उसका तसव्वुर शायद ही सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम के बिना पूरा हो। सरदार पटेल ही वे [more…]