Friday, April 26, 2024

ghanti

ताली, थाली, घण्टी और शंखनाद का मनोविज्ञान

बात सिर्फ़ अंधभक्तों की ही नहीं है। अंधभक्तों की आंखों पर तो पट्टियां बंधी ही हुई हैं लेकिन आज राष्ट्रपति, डॉक्टर्स, इंजीनियर, प्रोफ़ेसर्स, मंत्री, संतरी, टीचर्स, और अन्य पढ़े-लिखे तबक़े सभी को आज थाली, ताली, घण्टी और शंख बजाते...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...