श्री रामकृष्ण परमहंस: “जतो मत, ततो पथ”, यानी धार्मिक विविधता की स्वीकृति का दर्शन
श्री रामकृष्ण परमहंस (1836–1886) उन्नीसवीं सदी के भारतीय संत और आध्यात्मिक गुरु थे, जिन्होंने सभी धर्मों की एकता पर विशेष ज़ोर दिया। वे मां काली [more…]
श्री रामकृष्ण परमहंस (1836–1886) उन्नीसवीं सदी के भारतीय संत और आध्यात्मिक गुरु थे, जिन्होंने सभी धर्मों की एकता पर विशेष ज़ोर दिया। वे मां काली [more…]
गत 12 अक्टूबर को विजयादशमी (दशहरा) का त्यौहार था। इस दिन आरएसएस का स्थापना दिवस मनाया जाता है। परंपरा है कि इस दिन आरएसएस प्रमुख (सरसंघचालक) [more…]
3 जुलाई को महक रेस्टोरेंट संचालक तालिब हुसैन को यूपी के संभल से पुलिस ने सिर्फ़ इस बिना पर गिरफ़्तार कर लिया कि वो जिन [more…]
(आज रामासामी पेरियार का जन्मदिन है, भारत को आधुनिक राज्य बनाने में जितनी भूमिका डॉ. आंबेडकर की है, उतनी ही पेरियार की भी है। अपनी-अपनी [more…]
उच्चतम न्यायालय के जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मंदिर की संपत्तियों से संबंधित राजस्व रिकॉर्ड से [more…]
महात्मा गांधी ने एक बार कहा था, “सत्य ही ईश्वर है”। सत्य शब्द का प्रयोग कई अर्थों में किया जाता है। एक अर्थ में वह [more…]
भारत के इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे आदिवासी नायक हैं जिन्होंने झारखंड में अपने क्रांतिकारी विचारों से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में आदिवासी समाज [more…]
पिछले वर्ष यानि 2019 में देशवासियों के सामने से एक खबर होकर गुजरी जिस पर हर बुद्धिजीवी ने अपना सिर पीटा था। ख़बर थी- बीएचयू [more…]
क्या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार महज आस्थावानों के लिए ही लागू होता है? कभी कभी साधारण से प्रश्न का उत्तर पाने के लिए भी [more…]