भारतीय रंगमंच में बी.वी. कारंत की पहचान असाधारण रंगकर्मी और रंगमंच प्रशिक्षण देने वाले विद्वान अध्यापक की है। उन्हें लोग प्यार से बाबा कारंत नाम से पुकारते थे। रंग शिविरों के माध्यम से उन्होंने न सिर्फ़ देश भर में...
'यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता’ से लेकर ’नारी तुम केवल श्रद्धा हो....’ तक भारतीय संस्कृति और साहित्य में ढोल-नगाड़ों के साथ काफी 'लाउड’ तरीके से नारी की महिमा और महानता का बखान किया गया है। वह पूजनीय है,...
“सांस्कृतिक भड़ैंती और फूहड़पन के विरुद्ध, जन संस्कृति के संवर्द्धन के लिए” टैगलाइन के साथ साल 2008 में शुरु हुआ लोकरंग 10 अप्रैल 2021 से शुरु हो रहे 14वें आयोजन के मंच सजाये खड़ा है। लोकरंग का 14 साल...