हिन्दू त्योहारों के बहाने हिंसा और नफरत फ़ैलाने की कोशिश
सांप्रदायिक हिंसा भारतीय समाज के लिए एक अभिशाप है। पूर्व-औपनिवेशिक काल में कभी-कभी ही नस्लीय विवाद हुआ करते थे, लेकिन अंग्रेजों के आगमन के बाद [more…]
सांप्रदायिक हिंसा भारतीय समाज के लिए एक अभिशाप है। पूर्व-औपनिवेशिक काल में कभी-कभी ही नस्लीय विवाद हुआ करते थे, लेकिन अंग्रेजों के आगमन के बाद [more…]
मैं उम्मीद करता हूं आप डॉ नरेंद्र दाभोलकर को भूले नहीं होंगे। आज से दस साल पहले, तारीख 20 अगस्त 2013 को, उनकी निर्मम हत्या [more…]
पोथिंग, उत्तराखंड। पिछले वर्ष के आखिरी महीने में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने साल 2022 का आपराधिक आंकड़ा जारी किया। जिसमें बताया गया है [more…]
गीता प्रेस, गोरखपुर को 2022 गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जो महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में 1995 में भारत [more…]
आज भारतीय समाज में बहुस्तरीय संघर्षों की मुखर अभिव्यक्ति दिख रही है। यह स्थिति आज की नहीं है बल्कि यह सिलसिला कम से कम आज [more…]
राहुल गांधी ने कर्नाटक में एक चुनावी भाषण में एक नारा दिया, “जितनी जिसकी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” इसका अर्थ है कि किसी समाज और [more…]
हाँ! मुझे शिकायत है और मुझे लगता है कि आप में से कई लोगों को भी यह शिकायत होगी। मुझे समाज के हर उस शख़्स [more…]
दुनिया के कई देश गृहयुद्ध की भयावहता को झेल चुके हैं और आज भी उस परिस्थिति से गुजर रहे हैं, जिसमें रवांडा, मिस्र, लीबिया, युगांडा, [more…]
भारतीय समाज के अपराधीकरण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। शुक्रवार की हैदराबाद की घटना और उसके बाद देश में हुए जश्न ने इस [more…]
नौ नवंबर 2019 को बाबरी मस्जिद-राम मंदिर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है। सरल लोगों की उम्मीद के विपरीत जो यह समझते [more…]