Tag: Jharkhand
झारखंड में आदिवासियों की संस्कृति, सामुदायिक स्वायत्तता और संसाधनों पर लगातार हमला : महासभा
रांची। झारखंड जनाधिकार महासभा ने 17 मार्च, 2025 को रांची में एक प्रेस वार्ता किया। महासभा ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि [more…]
झारखंड में 19 वां मनरेगा दिवस कार्यक्रम : मजदूरों ने कहा, केंद्र मनरेगा योजना को ही खत्म कर देना चाहती है
झारखंड। उल्लेखनीय है कि मजदूर संगठन कई वर्षों से एक राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कानून की मांग करते रहे थे। इस मुद्दे को लेकर सुदूर ग्रामीण [more…]
झारखंड में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना : चढ़ रहा भ्रष्टाचार की भेंट
झारखंड। उल्लेखनीय है कि 2001 की जनगणना के आधार पर 30 नवंबर, 2006 को सच्चर कमेटी की 403 पन्नों की एक रिपोर्ट लोकसभा में पेश की गई थी। सच्चर कमेटी का गठन [more…]
झारखंड: पराक्रमी एवं प्रकृति प्रेमी ‘हो’ जनजाति
‘पराधीनता से अच्छी है मौत’ यह कोई फिल्मी डायलॉग नहीं है, बल्कि यह आजाद प्रकृति के दीवाने ‘हो’ जनजाति के लोगों का जीवन दर्शन है। [more…]
जनसंगठनों ने की झारखंड में ट्रेड यूनियन नेता बच्चा सिंह की गिरफ्तारी की निंदा
रांची। विभिन्न जनसंगठनों ने एनआईए द्वारा ट्रेड यूनियन नेता बच्चा सिंह की गिरफ्तारी की निंदा की है। संगठनों की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति [more…]
खबर का असर: स्थानीय प्रशासन दो महीने का राशन देने को तैयार लेकिन लाभुकों ने लेने से किया इंकार
गढ़वा। पिछले 27 दिसंबर 2024 को जनचौक में झारखंड की एक रिपोर्ट आई “गढ़वा के 45 परिवारों को नहीं मिला एक साल से राशन, 248 [more…]
झारखंड: सरकारी उदासीनता और बाजारवाद की दोहरी मार से भेड़ पालक हलकान
रांची। झारखंड के गढ़वा, पलामू और चतरा इलाके में 50-60 हजार परिवार भेड़ पालन कर अपनी अजीविका चलाते हैं। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि इनकी सुधि [more…]
झारखंड के बगोदर से माले की हार के मायने
रांची। राजा वड़िग की एक प्रचलित शायरी है – “हमें तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहां दम था, हमारी कश्ती वहां डूबी, जहां पानी कम था।” अगर हम [more…]
झारखंड चुनाव: कल्पना सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में कहीं महिलाएं खुश तो कहीं है नाराजगी
गांडेय। झारखंड में पूरे चुनाव कवरेज के दौरान एक नाम जिस पर हर कोई बात कर रहा है। वह है कल्पना सोरेन। वजह बहुत साफ [more…]
झारखंड चुनाव : दोनों चुनावी राज्यों में घोषणापत्रों से मानवाधिकार व नागरिक स्वतंत्रता के मुद्दे गायब
झारखंड। कहा जाता है कि असहमति लोकतंत्र का आधार है और इस लोकतांत्रिक आधार की रीढ़ होते हैं मतदाता। लोकतांत्रिक सरकार के चुने जाने की [more…]