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संस्कृति-समाज

जन्मदिवस विशेष : क्यों जरूरी है ज्योतिबा फुले को याद करना

आज के समय में जातिगत जनगणना और “जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” जैसे विषय राजनीति के ज्वलंत मुद्दे हैं। ध्यान दिला दें कि [more…]

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ज़रूरी ख़बर

संभाजी भिड़े पर मामला दर्ज; गौतम बुद्ध, गांधी, फुले और पेरियार पर की थी ‘अपमानजनक’ टिप्पणी

नई दिल्ली। महाराष्ट्र पुलिस ने गौतम बुद्ध, ज्योतिबा फुले और पेरियार जैसे समाज सुधारकों के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए [more…]

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राजनीति

फुले दंपत्ति का स्वप्न और दलितों-पिछड़ों और महिलाओं की वर्तमान स्थिति

हाल में मैंने फॉरवर्ड प्रेस, दिल्ली द्वारा प्रकशित जोतिराव फुले की पुस्तक ‘गुलामगिरी’ का हिंदी अनुवाद और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले पर केन्द्रित ‘सावित्रीनामा’ पढ़ा। [more…]

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संस्कृति-समाज

पेरियार पर आईं पुस्तकें बदलेंगी हिंदी पट्टी का दलित चिंतन

साहित्य के शोधकर्ताओं के लिए यह एक शोध का विषय है कि ईवी रामासामी पेरियार (17 सितंबर, 1879-24 दिसंबर, 1973) के मूल लेखन का कोई [more…]