‘कफन’ की सफलता-असफलता और कहानी के पाठ की समस्या

‘जनचौक’ पर प्रेमचंद की बहुचर्चित और बहुविवादित कहानी ‘कफन’ पर डा. सिद्धार्थ की समीक्षा को पढ़ा। वह इस कहानी को…

जयंती पर विशेष: प्रेमचंद की परम्परा एक सामूहिक प्रगतिशील परम्परा थी

जिस प्रेमचन्द के निधन पर उनके मुहल्ले के लोगों ने कहा कि कोई मास्टर था जो मर गया, जिस प्रेमचन्द…

ताबूत घोटालेबाजों की नई कारस्तानी; हरिद्वार कुम्भ में कोरोना टेस्टिंग घोटाला

अजब ग़ज़ब भाजपा के घोटाले भी अजब ग़ज़ब होते हैं। कभी क़फ़न और ताबूत घोटाले में यश कमाने वाली भाजपा…

योगी ने छीन लिया लाशों से कफ़न!

9 मई को अपने बाबा की लाश लेकर शृंग्वेरपुर घाट गये जितेंद्र तिवारी वहीं दफ़न हजारों लाशें देखकर पहली बार चौंके…