भाषा के बारे में कहा जाता है कि वह अपने मूल रूप में वह वर्ग, वर्ण, लिंग और धर्मनिरपेक्ष होती…
जयंती पर विशेष: ‘हरिऔध’, जिन्होंने रचा खड़ी बोली का पहला महाकाव्य
कोई पूछे कि खड़ी बोली में रचा गया हिन्दी का पहला महाकाव्य कौन-सा है, तो हिंदी साहित्य के सामान्य जानकार…