हिंदी दिवस विशेष: आधुनिक खड़ी बोली को ‘बभनौटी’ की हिंदी कैसे बनाया गया ?
भाषा के बारे में कहा जाता है कि वह अपने मूल रूप में वह वर्ग, वर्ण, लिंग और धर्मनिरपेक्ष होती है, लेकिन वर्चस्वशाली समूह उसका [more…]
भाषा के बारे में कहा जाता है कि वह अपने मूल रूप में वह वर्ग, वर्ण, लिंग और धर्मनिरपेक्ष होती है, लेकिन वर्चस्वशाली समूह उसका [more…]
कोई पूछे कि खड़ी बोली में रचा गया हिन्दी का पहला महाकाव्य कौन-सा है, तो हिंदी साहित्य के सामान्य जानकार को भी ‘प्रिय प्रवास’ का [more…]