हाल-ए-लद्दाख-1: देश के भीतर ही, बिल्कुल जुदा एक देश
लेह। कहने को भारत एक देश है, लेकिन एक देश के भीतर कितने देश बसते हैं, इसका गहरा एहसास लद्दाख जाने पर ही होता है। [more…]
लेह। कहने को भारत एक देश है, लेकिन एक देश के भीतर कितने देश बसते हैं, इसका गहरा एहसास लद्दाख जाने पर ही होता है। [more…]
आज चाहे देश में कोई भी इसे गंभीरता से न लेता हो, चाहे यह अपना (कटाक्ष करने के लिए भी) यथार्थ खो चुका हो लेकिन [more…]
हार्वेस्टर मशीन से कटते गेहूं की फसलों को देख लालती की आँखों में आंसू और मन में पीड़ा है। वो डबडबाई आंखों से अपना हाथ [more…]
दिसंबर 2002-03 में पूर्वांचल उद्योग बचाओ सम्मेलन का आयोजन देवरिया जनपद के गोरयाघाट चौराहे पर कॉमरेड सीबी सिंह (सीबी भाई) की अध्यक्षता में किया गया [more…]