Tag: modi
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कहीं टूटेंगे हाथ तो कहीं गिरेंगी फूल की कोपलें
राजस्थान की सियासत को देखते हुए आज कांग्रेस आलाकमान यह कह सकता है- कांग्रेस में बीजेपी की न घुसपैठ हुई, न बीजेपी घुसी हुई है और न ही विधायकों पर बीजेपी का कब्जा हुआ है। गलवान में, क्षमा कीजिए गुरुग्राम में या समझ लीजिए राजस्थान में घुसपैठ की जो कोशिश हुई थी, उसे बहादुर कांग्रेसियों…
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कश्मीर के विशेष दर्जा प्रावधान खत्म होने का एक सालः अंधेरी-बंद सुरंग में धरती का स्वर्ग!
यह बात सही है कि पिछले वर्ष 5 अगस्त को नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर का बचा-खुचा विशेष दर्जा खत्म करने के लिए अनुच्छेद-370 के सम्बद्ध प्रावधान को खत्म करने का जो फैसला किया, वह सत्ताधारी दल का घोषित एजेंडा था और वह उसके लगभग हर चुनाव घोषणापत्र में भी शामिल रहा है। इस…
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जब ढहायी जाएंगी हजारों-हजार मूर्तियां!
आज अयोध्या में राम के मंदिर के लिए भूमिपूजन होने जा रहा है। हालांकि इसके पहले एक बार शिलान्यास हो चुका है एक दलित कामेश्वर चौपाल के हाथों। लेकिन शायद यह हिंदू धर्म की अपनी मान्यताओं के अनुरूप न रहा हो। वर्ण व्यवस्था की मान्यताओं के उल्लंघन के कथित दोषी शंबूक को मारने वाले राम…
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हमें कोरोना ने नहीं, हमारे नेतृत्व ने हराया है!
आखिर, दुनिया के तमाम महामारी विशेषज्ञों की भारत को लेकर की गई सबसे बदतरीन आशंकाएं और भविष्यवाणी अंततः सही साबित हुई। भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना हॉटस्पॉट है। भारत नए कोरोना मामलों के लिहाज़ से अमेरिका को भी पीछे छोड़कर नंबर-1 पर पहुंच गया है। कुल संख्या तो 18 लाख के पार पहुँच…
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राज्यपालों की पतन गाथा: मोदी राज में कई नए अध्याय जुड़े
पंचतंत्र में चालाक बंदर और मूर्ख मगरमच्छ की एक कहानी है, जिसमें बंदर अपना कलेजा खाने को आतुर मगरमच्छ से अपनी जान बचाने के लिए कहता है कि मैं तो अपना कलेजा नदी किनारे जामुन के पेड़ पर संभालकर रखता हूँ और वहां से लाकर ही तुम्हारी इच्छा पूरी कर सकता हूँ। हमारे तमाम राज्यपालों…
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पांचवीं और आखिरी किश्त: हरिवंश बन गए हैं मोदी के चारण-भाट
दो दिनों तक कोरी बकवास करने के बाद हरिवंश अंततः खुल कर नरेंद्र मोदी की तारीफ करने लगे और उस समूह में बेशर्मी से शामिल हो गए जिन्होंने गांधी वध किया। दरअसल हरिवंश, सुधीर चौधरी, अर्णब गोस्वामी, अमिश देवगन, रजत शर्मा, रुबिका लियाकत और अंजना ओम कश्यप जैसे गोदी मीडिया वाली श्रृंखला के ही पत्रकार…
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अरुंधति रॉय का ‘राजद्रोह’ बनाम मोदी की ‘देशभक्ति’
क्या करें? जाहिल सेनापति जाहिलों की ही फौज खड़ी कर लेता है और ज़हालत सुर्खियों में सबसे ज्यादा जगह घेरती है। एक ख़बर जो इन सुर्खियों में कुछ ज्यादा ही सुर्ख है वो यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर अरुंधति रॉय के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। अबकी यह प्रायोजित विवाद…