modi
बीच बहस
गिद्धों के लिए भी एक अवसर ही होती हैं आपदायें
पीएम नरेंद्र मोदी ने भले ही लॉकडाउन से प्रभावित अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है, लेकिन वास्तव में करीब 8.04 लाख करोड़ रुपये का ऐलान भारतीय रिजर्व...
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महामारी और लोगों की मौत को नियति मान लिया है सरकार ने!
अनिल जैन -
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह मान लिया है और देश को भी बता दिया है कि कोरोना महामारी का स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर पर मुकाबला करने के लिए उनकी सरकार जितना कर सकती थी, वह कर चुकी है। अब...
ज़रूरी ख़बर
कोरोना से लड़ने वाली सरकार ही बन गयी उसकी प्रसारक!
देखिये साहब भरोसा वरोसा आपको करना हो तो करते रहिये, हम तो करते नहीं साफ़ कहना सुखी रहना। एक घर की ओर जाते मजदूर से एक पत्रकार ने जब पूछा कि अब तो प्रधानमंत्री की ओर से 20 लाख...
ज़रूरी ख़बर
हर मोर्चे पर फेल प्रधानमंत्री के 4 एल
भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी परसों देश से मुखातिब हुए और चार "L"का महत्व जनता को समझाया।
1.Land
2.Labour
3.Law
4.Liquidity
मुझे नहीं पता कि प्रधानमंत्री जी की क्या मंशा है और क्या करना चाहते हैं मगर इन चारों पैरामीटर के हिसाब से जो...
बीच बहस
20 लाख करोड़ के पैकेज की हक़ीक़त
Janchowk -
जब 12 मई की रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया तब सबकी निगाहें इस इंतजार में थीं कि वे लॉकडाउन के संबंध में आगे की योजना के बारे में कुछ बोलेंगे, दुनिया के इतिहास...
ज़रूरी ख़बर
कोरोना की आड़ में श्रम कानूनों पर हमला
मजदूर किसी भी देश की रीढ़ है बिना इनके कोई भी देश विकास की सीढ़ियां नहीं चढ़ सकता यह पहले से ही तय था, परन्तु वर्तमान स्थिति में इसकी सार्थकता और बढ़ गयी है। किसी भी देश की अर्थव्यवस्था...
बीच बहस
मजदूरों की मौत से आत्मनिर्भरता आएगी?
किसी ने ठीक ही कहा है कि कोरोना महामारी में नया कुछ नहीं हो रहा है। बल्कि जो चीजें हो रही थीं उनकी गति तेज हो गई है। इसे हम श्रम कानूनों के साथ भी घटित होता देख सकते...
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ग़रीबों और मज़दूरों ने प्रधानमंत्री के ‘मन की’ तो सुनी, लेकिन उनकी ‘बात’ कहाँ थी!
प्रधानमंत्री ने 12 मई के अपने राष्ट्रीय के सन्देश में क्या-क्या कहा, ये तो अब तक आप जान ही चुके होंगे। मेरी बात उससे आगे की है। पहली तो यही कि 34 मिनट के भाषण में 2,000 से ज़्यादा...
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मोदी का आर्थिक पैकेज: जनता के लिए आत्मनिर्भरता और 21वीं सदी का जुमला और मलाई कार्पोरेट के हिस्से!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट के संदर्भ में एक बार फिर राष्ट्र को करीब 30 मिनट तक संबोधित किया। इस संबोधन में उन्होंने कुछ ठोस बातें और कुछ भावात्मक बातें कीं और बहुत सारे सपने दिखाए। उनके संबोधन...
बीच बहस
पूंजीवाद के इंजन को हमेशा के लिए बंद करना ही हमारा काम: अरुंधति रॉय
कोरोनावायरस की महामारी ने पूंजीवाद के इंजन को रोक दिया है। परन्तु यह एक अस्थाई स्थिति है। आज जब पूरी मनुष्य जाति कुछ समय के लिए अपने घरों में कैद है तब धरती ने खुद ही अपने ज़ख्म भरने...
Latest News
आइये, मोदी सरकार संग बेरोज़गारी दूर करें: तीन पोस्ट, तीनों हैरतअंगेज़ भरी!
फेसबुक पर मोदी-नेतृत्व के भाजपा सत्ता प्रतिष्ठान के चरित्र से जुड़ी तीन पोस्टों पर नज़र पड़ी। तीनों ही बेहद...
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