हिंदी पट्टी की विद्रूपताओं को खोल कर रख देती है ‘गाजीपुर में क्रिस्टोफर कॉडवेल’
सबसे पहले उर्मिलेश सर आपको इस बात के लिए शुक्रिया कि आपके चलते मैंने कोई किताब पढ़ी। पिछले चार सालों से पोर्टल की व्यस्तता के [more…]
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विशेषांक का विशेष आकर्षण बीती सदी के सातवें दशक के प्रमुख कथाकार और लघु पत्रिका ‘पहल’ के संपादक ज्ञानरंजन का इंटरव्यू है। लेकिन इस इंटरव्यू [more…]
हिन्दी साहित्य के आकाश में नामवर सिंह उन नक्षत्रों में से एक हैं, जिनकी विद्वता का कोई सानी नहीं था। साहित्य, संस्कृति और समाज का [more…]