ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बन गए हैं। निश्चित रूप से भारतीयों के लिए खुशी का सबब है। जिस देश ने हमें गुलाम बनाया उसी देश का प्रधान भारतीय मूल का व्यक्ति बने यह मनोवैज्ञानिक दृष्टि से एक...
'भारत माता की जय' भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान सबसे अधिक लगाया जाने वाला नारा था। भारत माता का उल्लेख सबसे पहले किरण चन्द्र बंदोपाध्याय के नाटक 'भारत माता' में आया था जो सन 1873 में खेला गया था।...
भारतीय नागरिक और उसकी लोकतांत्रिक संस्थाएं आज पतन के जिस दौर में हैं उसमें स्वाधीनता सेनानी और आजादी की दूसरी लड़ाई का नेतृत्व करने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति की अवधारणा पर सबसे ज्यादा बहस की जरूरत...
न्यूयॉर्क। ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि भारत में सरकारी तंत्र ने मुसलमानों के खिलाफ सुव्यवस्थित रूप से भेदभाव करने और सरकार के आलोचकों को बदनाम करने वाले कानूनों और नीतियों को अपनाया है। सत्तारूढ़ हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय...
नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती (23 जनवरी) के अवसर पर देश भर में अनेक आयोजन हुए। राष्ट्रपति भवन में उनके तैल चित्र का अनावरण किया गया। केंद्र सरकार ने घोषणा की कि नेताजी का जन्मदिन हर वर्ष 'पराक्रम...
हम अपनी नागरिकता बोध खोते जा रहे हैं और एक कबीलों के देश में परिवर्तित होते जा रहे हैं। अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के मसले पर सामने आयी प्रतिक्रियाएं कुछ इसी तरफ इशारा करती हैं। ऐसा नहीं है कि...
रविवार को पुस्तक मेले का आखिरी दिन था। कुछ साहित्यकार और रंगकर्मियों ने मिलकर पुस्तक मेले के आखिरी दिन एनआरसी-सीएए के खिलाफ़ कालीपट्टी बांधकर कविता और जनगीत पढ़ने तथा संविधान की प्रस्तावना का पाठ करने का आयोजन किया।
हॉल...