संविधान-स्थगित बस्तर : जहां रघु मीडियामी के लोकतांत्रिक अधिकार खत्म हो जाते हैं !

‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक पुरानी रिपोर्ट से बात शुरू कर रहा हूं। दिसंबर 2014 की इस रिपोर्ट के अनुसार –…

कॉरपोरेट सरकार में निशाने पर आदिवासी

भाजपा आदिवासियों के विकास और उनकी भलाई के बारे में लंबे चौड़े-दावे करती है। इन दावों की पड़ताल जल-जंगल-जमीन पर…

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की मौत से उपजते सवाल

पत्रकार मुकेश चंद्रकार को 1 जनवरी, 2025 को उसके रिश्ते के भाई और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, ने अपने भाई और…

‘सिर पर 15 फ्रैक्चर्स, लीवर के 4 टुकड़े…..’यह पत्रकार की नहीं बस्तर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट है

‘सिर पर 15 फ्रैक्चर्स, लीवर के 4 टुकड़े, दिल फटा हुआ, 5 पसलियां, कॉलर बोन और गर्दन टूटी हुई, बांयी…

ऋत्विक घटक: झकझोर कर हमारी चेतना जगा देने वाला फ़िल्मकार 

एक समय में रहते हुए किसी जीवन को देखना और फिर उस समय से निकल कर जीवन-चर्चा करना, इन दोनों…

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या: छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन ने की एसपी, कलेक्टर के निलंबन और सीबीआई जांच की मांग  

रायपुर। छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन (सीबीए) ने बस्तर के युवा, जुझारू और जन पक्षधर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बर्बर हत्या की…

‘मिलकर बात करने का वायदा अधूरा रह गया मुकेश चंद्राकर’

दिल्ली। मुकेश चंद्राकर बस्तर की पत्रकारिता का वह नाम जिसे देश-विदेश से आने वाले सभी पत्रकार मिलने की इच्छा रखते…

क्या जीएन साईबाबा भगत सिंह के रास्ते पर चल रहे थे?

भूमिहीनों के लिए भूमि के बंटवारे के लिए आजादी से पहले की अधूरी मांगों को पूरा करने के लिए आजादी…

बेकसूरी की सज़ा और प्रताड़ना ने ली प्रो. साईबाबा की जान

कुछ बीमारियों के चलते दिल्ली विश्वविद्यालय के अंग्रेजी प्राध्यापक, सामाजिक कार्यकर्ता, कवि, लेखक, विकलांगता से परेशान प्रोफेसर जीएन साईबाबा का…

आदिवासी मजदूर बिरसा मांझी को बोकारो पुलिस क्यों बता रही एक लाख का ईनामी नक्सल?

बोकारो। झारखंड अलग राज्य गठन के 24 साल हो गए, एक रघुवर दास को छोड़कर राज्य के सभी मुख्यमन्त्री आदिवासी…