आये क्यों थे, गये क्यों के प्रश्नों में घिरे 2 हजार के नोट
जितने धूम धड़ाके, आन बान शान और गुलाबी गरिमा के साथ प्राणवान हुए थे उतनी ही फुस्स और अनुल्लेखनीय निराश विदाई के साथ अनजान बनकर बेजान [more…]
जितने धूम धड़ाके, आन बान शान और गुलाबी गरिमा के साथ प्राणवान हुए थे उतनी ही फुस्स और अनुल्लेखनीय निराश विदाई के साथ अनजान बनकर बेजान [more…]
8 नवंबर 2016 को रात 8 बजे पहली नोटबंदी की गई थी, तब प्रधानमंत्री ने जनता से रूबरू होते हुए घोषणा की थी कि रात [more…]