सिनेमा की शुरुआत के दौर से ही इस बात को पहचान लिया गया था कि सिनेमा प्रचार का बहुत सशक्त माध्यम हो सकता है। सिनेमा एक दृश्य माध्यम है और इसकी बुनियादी विशेषता यह होती है कि उसमें जीवन...
आज 1917 की महान रूसी क्रांति को एक सौ चारवीं वर्षगांठ हो चले हैं। 1917 में 07 नवंबर ही के दिन सोवियत रूस में महान वैज्ञानिक समाजवादी क्रांति संपन्न हुई और वहां की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा गरीबों – मजदूरों...
हिंदी-उर्दू साहित्य में कथाकार मुंशी प्रेमचंद का शुमार, एक ऐसे रचनाकार के तौर पर होता है, जिन्होंने साहित्य की पूरी धारा ही बदल कर रख दी। देश में वे ऐसे पहले शख्स थे, जिन्होंने हिंदी साहित्य को रोमांस, तिलिस्म,...