इस बार साहिब जी की संवेदनशीलता देखकर सब लोग चौंक पड़े हैं। जन्नतें कश्मीर में पुलवामा के बाद ये दूसरा…
जहां मोहब्बत के फूलों को नफ़रत की गोलियों से रौंदा गया- पहलगाम की रूह रोती रही
बर्फ़ से ढकी वादियां, झीलों की तह में छुपे नर्म जज़्बात, और हवा में घुली सुकून की सरगोशियां- कश्मीर की…