Saturday, April 27, 2024

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सामंतों, शोषकों और उत्पीड़नकारियों के दिलों में खौफ का नाम था दलित पैंथर

6 दिसंबर, 1956 को डॉ. आंबेडकर के परिनिर्वाण के बाद उनका आंदोलन बिखर गया। उनके पार्टी के नेता कांग्रेस की कुटिल राजनीति के शिकार हो गये। जिसके कारण पुरातनपंथी, धनी और शक्ति संपन्न तबकों के लोग दलितों के साथ...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...