Tag: peasant law
‘आंदोलनजीवी’ किसानों ने ही बदला है देश का इतिहास
किसान आंदोलन अपने सौ दिन पूरे करने जा रहा है। पर न तो बातचीत हो रही है और न ही बातचीत की तारीख तय हो [more…]
किसान आंदोलनः हिंदुत्व के महाख्वाब से बाहर आकर अपनी जड़ों की तरफ लौटने को तत्पर गांव
हां, दिल के करीब है खेती-किसानी। और, दिमाग के? ढेरों सवाल उमड़ पड़ते हैं। खेती करना घाटे का सौदा है; यहां तो बस जिंदगी थमी [more…]
किसानों का दमन नहीं हो सकता आंतरिक मामला
जन सरोकारों, नागरिक अधिकारों, मौलिक अधिकारों और सम्मान से जीने के अधिकारों को किसी राज्य या देश की सीमा में बांट कर नहीं रखा जा [more…]
तन्मय के तीर
(केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों के जरिए खेती-किसानी, अंबानी-अडानी को गिरवी रखने को तैयार है। किसान देश के लिए अन्न उपजाते हैं, लेकिन आज खुद [more…]
अंतर्घाती मोदी सरकार के खिलाफ किसानों और भारत के जन-जन की हुंकार
आरएसएस और मोदी ने भारत को अंदर से खोखला करने के अपने अंतर्घातमूलक अभियान का प्रारंभ सत्ता पर आने के साल भर के अंदर ही [more…]
किसान आंदोलन यानी आत्मनिर्भरता की असली लड़ाई
किसान संगठनों का कहना है कि तीन कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी प्रदान करने से भारत राष्ट्रीय खाद्य [more…]
सरकार की जिद की भेंट चढ़े दो और किसान
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर जारी आंदोलन के बीच दो किसानों ने खुदकुशी कर ली है। फिरोजपुर के ममदोट इलाके के गांव [more…]
जनतंत्र के लिए सबसे बड़ी महामारी साबित हुआ कोविड
विश्व प्रसिद्ध रचना ‘रॉबिन्सन क्रूसो’ के लेखक डैनियल डेफो, (1660-1731) बहुआयामी किस्म के व्यक्ति थे, व्यापारी थे, पत्रकार थे, लेखक थे, पर्चे भी लिखते थे। [more…]
‘मनुस्मृति दहन दिवस’ पर मनुविधान समेत किसान कानूनों की जलाई गई होली
25 दिसंबर को ‘मनुस्मृति दहन दिवस’ पर देश के कई राज्यों सहित बिहार-यूपी में बहुजन संगठनों ने मनुस्मृति के साथ मनुवादी-पूंजीवादी गुलामी थोपने के कानूनों-प्रावधानों-नीतियों [more…]
किसानों का यह संघर्ष ही भारतीय अर्थव्यवस्था के तमाम संकटों की कुंजी है
भारत में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ पूंजीवाद का संबंध उपनिवेश और औपनिवेशिक शक्ति के बीच के संबंध का रूप ले चुका है। पिछले तमाम वर्षों [more…]