Friday, March 29, 2024

PM NARENDRA MODI

दलहन और कपास की फसल पर प्रस्तावित एमएसपी की जमीनी हकीकत क्या है?

यह हकीकत है कि पानी की कमी से जूझ रहे पंजाब के लिए फसलों के विविधीकरण को अमली जामा पहनाना आज के दिन एक बड़ी जरूरत बन गया है। लेकिन पिछले कुछ दशकों के दौरान राज्य में दालों, कपास...

डबल्यूटीओ की मुट्ठी में कैद है भारतीय किसानों की किस्मत

बर्बरता बर्बरता से पैदा नहीं होती बल्कि उन व्यापारिक समझौतों से पैदा होती है जिन्हें बर्बरता के बिना अंजाम दे पाना संभव नहीं होता।—बर्टोल्ट ब्रेख्त पिछले 20-21 सालों में 3,50,000 किसान आत्महत्या कर चुके हैं, तीन काले क़ानूनों के खिलाफ...

रोजी-रोजगार विमुख लाभार्थी योजना कल्याणकारी नहीं है, न सेंगोल ही संवैधानिक न्याय का प्रतीक है

सत्रहवीं लोक सभा का अवसान हो चुका है। याद करें तो, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई जा चुकी है, उसकी राजनीतिक हैसियत भी ठीक कर दी गई है। राम मंदिर में भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा का भव्य-दिव्य आयोजन हो...

आडवाणी जिसके रत्न हैं वह किसका भारत है?

किसी जमाने में भाजपा के शीर्ष नेता रहे और पिछले दस वर्षों से हाशिये से भी बाहर बिठा दिए गए लालकृष्ण आडवाणी अचानक तब खबरों में आ गए जब 3 फरवरी को उन्हें भारत रत्न सम्मान दिए जाने की...

भारत जोड़ो न्याय यात्रा और बुलडोजर न्याय के साए में होने वाले आम चुनाव का महत्व ?

सामने है-2024 का आम चुनाव। चुनावी माहौल में चल रही है भारत जोड़ो न्याय यात्रा। अचरज की बात है, देखते-देखते बेखौफ बुलडोजर न्याय का उल्लसित प्रतीक बनता चला गया! वह दिन दूर नहीं जब, गोली-बंदूक न्याय का प्रतीक बन...

दक्षिणी राज्यों ने केंद्र के खिलाफ क्यों खोल दिया है मोर्चा?

दक्षिणी राज्यों ने अपने साथ वित्तीय ‘अन्याय’ को अब एक बड़ा मुद्दा बना दिया है। लेकिन उनकी शिकायत सुनने के बजाय ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी ने इस मसले को अपने खास...

मोदी जी के संख्या-जाप के उन्माद का इलाज जनता ही करेगी

फ़ेसबुक पर हमने एक छोटा सा कमेंट पोस्ट किया था- “गली-चौराहे, बात-बेबात चार सौ, चार सौ पार चीखते रहना सिर्फ़ विक्षिप्तता नहीं, भारी पागलपन का लक्षण है।” फ़ेसबुक ने जितने मित्रों को इसे देखने की अनुमति दी (आजकल हर कोई...

कर्पूरी ठाकुर को भारत-रत्न: अनुप्रतीकों का राजनीतिक इस्तेमाल    

कर्पूरी ठाकुर (24 जनवरी 1924–17 फरवरी 1988) के जन्मशती वर्ष के अवसर पर जनवरी 2023 से लेकर अभी तक अलग-अलग जगहों पर काफी कार्यक्रम होते रहे। लेकिन मुख्यधारा मीडिया में उन कार्यक्रमों का कवरेज नहीं के बराबर था। केवल...

‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ के मुकाबले ‘लीला-पुरुष’ की प्राण-प्रतिष्ठा

विश्वास नहीं था भाई लोग ऐसा रंग जमा देंगे। रकम पानी की तरह बहा देंगे। पग-पग पर मोदी की छाप लगा देंगे। रामलला की उंगली उन्हें थमा देंगे। कल्पना ही की जा सकती है जब लल्ला (जायो जशोदा ने लल्ला मोहल्ला में हल्ला...

पीएम मोदी मुख्य नहीं प्रतीकात्मक यजमान, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने किया खुलासा

नई दिल्ली। अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए मंगलवार से अनुष्ठान प्रारम्भ हो चुका है, यह अनुष्ठान 22 जनवरी को पूर्ण होगा। सनातन परंपरा में किसी भी धार्मिक अनुष्ठान के लिए एक यजमान और आचार्य की जरूरत होती...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...