Saturday, April 27, 2024

political economy

लोकतंत्र के आईने में बिगड़ गई है हमारी सूरत

बात भारत के मौजूदा सूरत-ए-हाल से शुरू करते हैं। इसी हफ्ते सुप्रीम कोर्ट की दो टिप्पणियों ने इसकी एक झलक दिखाई। वैसे तो वो टिप्पणियां बेहद साधारण किस्म की ही मानी जाएंगी। फिर भी वो अखबारों में प्रमुख सुर्खियां...

महिलाओं की गैरबराबरी पर क्या कहती हैं अर्थशास्त्र की नोबेल पुरस्कार विजेता क्लाडिया गोल्डिन

इस बार जब क्लाडिया गोल्डिन को नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा हुई, तब शायद ही किसी को उम्मीद रही हो कि उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा। वह 77 साल की हो चुकी हैं। उनका काम मुख्यतः अर्थशास्त्र के...

राहुल गांधी की चार बातें और उनसे उठे सवाल

राहुल गांधी ने अपनी हाल की यूरोप यात्रा के दौरान ऐसी कम से कम चार ऐसी बातें कहीं, जिन्होंने ध्यान खींचा। इनमें से कुछ बातें राहुल गांधी ने पहले भी कही थीं, लेकिन उनमें जितनी स्पष्टता इस बार नजर...

कांग्रेस अधिवेशन: बात सिर्फ इरादों तक रह गई!

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से बने माहौल के बीच कांग्रेस के रायपुर महाधिवेशन को लेकर जनता के एक बड़े हिस्से में स्वाभाविक दिलचस्पी बनी। खास नजर यह देखने पर टिकी थी कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान...

बजट और विकल्प

इस बात की दाद नरेंद्र मोदी सरकार को अवश्य दी जानी चाहिए कि इस बार के बजट में उसने अपनी प्राथमिकताओं को छिपाने की कोई कोशिश नहीं की। एक फरवरी 2023 को पेश हुए केंद्रीय बजट की सबसे उल्लेखनीय...

Latest News

ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...