पिछले दिनों भारत में जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ की दो बड़ी खबरें सामने आईं। पहली यह कि स्वामी रामदेव की नामी-गिरामी कंपनी पतंजलि आयुर्वेद (जो अपने को स्वदेशी के प्रति समर्पित बताती नहीं थकती) के गाय के घी का उत्तराखंड के...
पटना। वरिष्ठ कम्युनिष्ट नेता और भाकपा (माले) की बिहार राज्य कमेटी के सदस्य कामरेड रामदेव वर्मा (75 वर्ष) को कल उनके आवास और छज्जूबाग स्थित माले विधायक दल कार्यालय में वाम-लोकतांत्रिक नेताओं ने अपनी श्रद्धांजलि दी।
का. रामदेव वर्मा का...
बाबा रामदेव की याचिका पर बुधवार को उच्चतम न्यायालय में सुनवाई हुई। कोर्ट ने रामदेव के पूरे इंटरव्यू का बिना एडिट किया हुआ वीडियो मांगा है। अब मामले की सुनवाई अगले सोमवार को होगी। बाबा रामदेव पर एक इंटरव्यू...
भारत का हजारों बरस प्राचीन योगाभ्यास ‘शो ऑफ‘ के लिए नहीं है। ये इस शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक प्रक्रिया में शामिल लोगों के ‘शो इन‘ के लिए है। लेकिन, उफ ये लेकिन! भारत के प्रधानमंत्री पद पर सात बरस...
‘‘गोबर और गोमूत्र से काम नहीं बना। कल मछली खाकर देखता हूं’’।
मई के मध्य में यह साधारण सा फेसबुक पोस्ट, जो गाय के मल को कोरोना-19 के उपचार के रूप में खारिज कर रहा था, क्यों मणिपुर, इम्फाल के...
रामदेव की ‘‘मूर्खता’’ की नवीनतम खेप के बाजार में आते ही अच्छे डाक्टरों की कसरत शुरू हो गई है- उन्होंने रामदेव पर 1000 करोड़ रुपये का मानहानि का दावा ठोक दिया है। जो भी हो, बार-बार होने वाला यह...
यह देखना, इस दौर में, आशाजनक और आश्वस्तकर है कि अंतत: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (भारतीय चिकित्सा संगठन) ने आधुनिक चिकित्साशास्त्र बल्कि कहना चाहिए तार्किकता और वैज्ञानिक चेतना एवं स्वयं विज्ञान के खिलाफ विगत सात वर्षों से चल रहे दुष्प्रचार...
कोविड महामारी के भारत में दस्तक देने के बाद इस बीमारी का इलाज खोज निकालने का दावा करने वालों में बाबा रामदेव शायद सबसे पहले व्यक्ति थे। बाबाओं के क्लब के अग्रणी सदस्य बाबा रामदेव, सत्ता प्रतिष्ठानों के नज़दीक...
भारत में नौकरशाही तो राजनीतिक सिस्टम का हिस्सा बहुत पहले से बनती रही है। आर्थिक, वैदेशिक और रक्षा मामलों के विशेषज्ञ और सलाहकार भी सरकार के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व की भाव-भंगिमा के अनुरूप सलाह देते रहे हैं, लेकिन कोरोना...
महामारी से मुकाबले के लिए जरूरी सामूहिक चेतना विकसित करने की बजाय - जिस विज्ञान की इस महामारी से उबरने के लिए सर्वाधिक आवश्यकता है उस विज्ञान के धिक्कार और सामूहिक तिरस्कार के अगले चरण में आ चुके हैं...