Ravindranath
बीच बहस
मानवता की जीवंत प्रतिमूर्ति थे गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर
निर्विवाद रूप से यह यह स्वीकार्य है कि गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर एक विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे। उनका व्यक्तित्व बहुआयामी था। वे एक ही साथ साहित्यकार, संगीतज्ञ, समाज सुधारक, अध्यापक, कलाकार एवं संस्थाओं के निर्माता थे। वे एक...
बीच बहस
जन्मदिन पर विशेष: टैगोर की दृष्टि में राष्ट्रवाद और देशभक्ति
गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर एक अंतरराष्ट्रीय व्यक्तित्व थे। बंगाल के कुछ बेहद सम्पन्न लोगों में उनका परिवार आता था। उनके बड़े भाई सत्येंद्र नाथ टैगोर, देश के प्रथम हिंदुस्तानी, 1864 बैच के आईसीएस थे। अपने माता-पिता की आठ संतानों...
संस्कृति-समाज
रवीन्द्रनाथ टैगोर: मनुष्य की अक्षय और अपराजित आत्मा के महा गायक
‘‘बड़ा आदमी वह होता है जिसके सम्पर्क में आनेवाले का अपना देवत्व जाग उठता है। रवीन्द्रनाथ ऐसे ही महान पुरुष थे। ... वे उन महापुरुषों में थे जिनकी वाणी किसी विशेष देश या सम्प्रदाय के लिए नहीं होती, बल्कि...
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भारी संख्या में मतदान बहिष्कार ने खोल दी विकास के दावों की पोल
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का चुनाव अभियान राजनीतिक दलों और मतदाताओं की खामोशी के चलते अभूतपूर्व ढंग...
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