Saturday, March 25, 2023

religion

संवाद: पितृसत्ता और धर्म स्त्री के समक्ष शाश्वत चुनौतियां

इंदौर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं की स्वतंत्रता और समाज में भागीदारी के अवसरों पर देश-विदेश में कई कार्यक्रम हुए। इसी कड़ी में इंदौर के हिन्दी साहित्य समिति सभागृह में “स्त्री के समक्ष शाश्वत चुनौतियां” विषय पर एक संवाद...

जुबान और भाषा किसी मजहब की बपौती नहीं- जावेद अख्तर    

मशहूर तरक्कीपसंद अदीब और नगमाकार जावेद अख्तर को इस बात पर गहरा अफसोस है कि उर्दू को सिर्फ मुसलमानों की जुबान मान लिया गया है। पाकिस्तान दौरे के बाद चंडीगढ़ आए जावेद अख्तर ने कहा कि अगर उर्दू महज...

भारतीय समाज में अवैज्ञानिक परंपरा का साइकोपैथ अवशेष

उच्चतर डिग्री हासिल करके पढ़ा-लिखा होना इस बात का सुबूत नहीं बन जाता कि हम जागरूक भी हैं। जागरूकता तो उस थॉट प्रोसेस से होकर किसी तार्किक निष्कर्ष पर पहुंच पाने से हासिल होती है। पढ़ाई-लिखाई इसमें सहायक हो...

हिन्दू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म अंगीकार कर मैं बहुत प्रसन्न हूं: डॉ. अम्बेडकर

‘‘मैं आज बहुत ही प्रफुल्लित हूं। मैं जरूरत से ज्यादा प्रसन्न हूं। मैंने जिस क्षण हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म स्वीकार किया है मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने नर्क से मुक्ति पा ली है।" ये शब्द डॉ....

जल, जमीन, आकाश, सबकी फ़िक्र बढ़ाती है मृत देह 

इन दिनों देश में पितृ पक्ष चल रहा है और सनातन धर्म से जुड़े लोग अपने मृत पूर्वजों को याद कर रहे हैं। मृत परिजनों के लिए धार्मिक अनुष्ठान किये जा रहे हैं, ब्रह्मभोज करवाए जा रहे हैं। एक...

हिंदुओं, अपने भीतर झांको

व्यक्ति हो, धर्म हो या राष्ट्र, जब अपनी कमियों को जानने-समझने और सुधारने का काम छोड़ कर दूसरों की कमियों को उजागर करने लगता है तो समझना चाहिए कि उसके आगे बढ़ने का रास्ता अवरुद्ध हो चुका है। क्योंकि...

ध्रुवीकरण की राजनीति और साझी विरासत पर हमले

भारत की सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत की समृद्धि उसकी विविधता में निहित है। अनेक कवियों और लेखकों ने बताया है कि किस प्रकार दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से विभिन्न संस्कृतियों और नस्लों के लोगों के कारवां इस भूमि पर...

आज़ादी के जश्न से आज भी दूर हैं बापू

15 अगस्त, 1947 को जब देश की आजादी का ऐलान हुआ, वह गाँधी जी के लिए जश्न का दिन नहीं था। इधर देश उत्सव में मग्न था, और उधर महात्मा गांधी 14 अगस्त, 1947 की रात कलकत्ता में शांति...

सर्व धर्म समभाव की भावना भी अब नफ़रत के निशाने पर

मुग़ल-ए-आजम अक़बर और राष्ट्रपिता गांधी के 'सर्व धर्म समभाव' की विचारधारा को मजबूत करना भी अब कम ख़तरनाक नहीं है, विशेषकर आज के समय में जबकि हिंदुत्व की आक्रामक विचारधारा और हिंसा को सत्ता का खुला समर्थन व प्रश्रय...

बहुजन ढो रहे हैं हिंदुत्व की कांवड़

प्रयागराज। बड़े-बड़े बैनरों से सजा डीजे, मालवाहक वैन और ट्रैक्टरों पर निकलने वाली कांवड़ यात्रा सावन के पहले पाख के साथ ही खत्म हो गई। इसके साथ ही उत्पात, अव्यवस्था और सड़कों पर भगवा वर्चस्व का एक चैप्टर भी...

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राहुल गांधी नहीं, देश के लोकतंत्र पर हमला है: दीपांकर भट्टाचार्य 

राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने का बाद विपक्ष एकजुट हो गया है। सभी विपक्षी पार्टियों ने इसका...