क्या ऐसा हो सकता है कि पांच अगस्त, 2020 का दिन वास्तव में वह नहीं है जो इसे समझा जा…
5 अगस्त को राम मंदिर भूमिपूजन यानी राष्ट्रीय शर्म और शोक का दिवस
मेरे लिए 5 अगस्त राष्ट्रीय शर्म और शोक का दिवस है। वैसे तो किसी भी लोकतांत्रिक एवं आधुनिक मानस के…
तेलतुंबडे की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ 10 दलित और बहुजन शख़्सियतों ने लिखा खुला खत, पूरी घटना को बताया राष्ट्रीय शर्म
(मशहूर लेखक और बुद्धिजीवी आनंद तेलतुंबडे कल यानी 14 अप्रैल अंबेडकर जयंती के दिन मुंबई में अपनी गिरफ़्तारी देंगे। ऐसा…