मोदी और संघियों ने जिस नंगई के साथ कर्नाटक चुनाव में बजरंगबली के नारों से धर्म का खुला प्रयोग किया, वह संसदीय जनतंत्र के प्रति इनके अंदर खुले तिरस्कार के भाव का, जनतांत्रिक और धर्म-निरपेक्ष समाज के नैतिक मानदंडों...
शान्ति निकेतन में गुरुदेव की कही वाणी "निर्जीव जीवन से भयंकर भार और कुछ नहीं हो सकता। इसका पूरा ध्यान रहे कि तुम्हारी शान्ति निकेतन की शिक्षा कभी निर्जीव न बनने पाए।" हम जिन छात्र- छात्राओं को ऐसे अद्भुत...
इसी 19 फरवरी को विश्वभारती विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह था, जिसमें प्रधानमंत्री ने ऑन लाइन अपना वक्तव्य रखा । ‘आनंद बाजार पत्रिका’ में इस दीक्षांत समारोह की एक खबर का शीर्षक था- ‘इतनी हिंदी क्यों’ (ऐतो हिंदी कैनो) ।...
जून 06, 2020 को अचानक ख़बर मिली कि बौद्धाचार्य शांति स्वरूप बौद्ध नहीं रहे। वह 71 वर्ष के थे। पिछले कई दिनों से वह दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में कोरोना वायरस से जूझ रहे थे। जीवन...