क्या समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता का संघ सबसे बड़ा शत्रु है?

ना जी ना ये सब संघ के चोचले हैं। भले ही ‘संघ की अब भाजपा को ज़रूरत नहीं है’ ये…

योगेंद्र यादव का निर्मल प्रेम

क्या योगेंद्र यादव कुछ वाम बुद्धिजीवियों की तरह राजकमल प्रकाशन के पब्लिसिटी टूल की भूमिका में हैं या वे हर…

बोले तो अपने मन की बात ही बोले होसबोले !

जिन्हें ढंग की बात करने से कन्नी काटनी होती है वे मन की बात से भटकाने और बहलाने की पतली…

आपातकाल: भ्रम, कुहासा और सच्चाई

वैसे तो आपातकाल 19 महीने रहा और आज उसे बीते 50 साल हो गए हैं लेकिन परवर्ती भारतीय राजनीति के…

संविधान के प्रिएंबल में ‘सेक्युलर’ शब्द पर ये ‘तूफान’ क्यों? 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के उप-प्रमुख या सर-कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले संघ-भाजपा परिवार के पहले नेता नहीं हैं, जिन्होंने भारतीय संविधान…

हिंसा से विचार नहीं मरता, इससे व्यवस्था को तर्क मिलता है: रघु ठाकुर

उमरादेहान (धमतरी, छत्तीसगढ़)। सुप्रसिद्ध सोशलिस्ट चिंतक व जननेता रघु ठाकुर ने कहा है कि देश के आदिवासियों को यदि आजीविका…

दूसरे देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजने की बजाय पाकिस्तान से सीधी वार्ता की जरूरत: संदीप पांडेय

(सोशलिस्ट पार्टी के संदीप पांडेय समेत कई नेताओं और पत्रकारों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर एक बेहद अलहदा किस्म…

अमर शहीद सुखदेव- भाग 1: समाजवादी क्रांतिकारी आंदोलन का एक गौरवशाली स्वर्णिम पृष्ठ

भारत के तीन महान समाजवादी क्रांतिकारी – सुखदेव (पूरा नाम: सुखदेव थापर – जन्म 15 मई 1907 – शहादत दिवस 23 मार्च 1931 -लुधियाना, पंजाब), भगत सिंह (जन्म 28 सितंबर 1907 – शहादत दिवस 23 मार्च 1931 – गाँव…

मुक्तिकामी चेतना के प्रतीक थे आजाद

भगतसिंह, राजगुरु, बटुकेश्वर दत्त, यशपाल, शिव वर्मा, जयदेव जैसे प्रखर क्रांतिकारी यदि आजाद को अपना नेता मानते थे, तो जरूर…

ज्ञान और नैतिकता की परिभाषा थे नरेंद्र देव

आज आचार्य नरेंद्र देव की जयंती है। उन्हें पिछली पीढ़ी 1948 में अयोध्या में विधानसभा चुनाव हरवा कर भुला चुकी…