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बीच बहस

डॉ. आंबेडकर का स्वतंत्रता संग्राम साम्राज्यवाद, ब्राह्मणवाद और पूंजीवाद तीनों के खिलाफ था

इतिहासकार गेल ओमवेट ने लिखा है कि “आंबेडकर का बुनियादी संघर्ष एक अलग स्वतंत्रता का संघर्ष था। यह संघर्ष भारत के सर्वाधिक संतप्त वर्ग की [more…]

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बीच बहस

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: क्या स्त्री मुक्ति का संघर्ष फासीवाद के ख़िलाफ़ हो रहे संघर्षों से जुड़ा है?

70 का दशक आंदोलनों का दशक था। सारी दुनिया में विभिन्न प्रकार के सामाजिक और राजनैतिक आंदोलन चल रहे थे। यूरोप-अमेरिका इनके केन्द्र बने थे। [more…]

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बीच बहस

दाभोलकर की वैचारिक दुनिया: भारतीय समाज को विवेकपूर्ण बनाने का संघर्ष

मैं उम्मीद करता हूं आप डॉ नरेंद्र दाभोलकर को भूले नहीं होंगे। आज से दस साल पहले, तारीख 20 अगस्त 2013 को, उनकी निर्मम हत्या [more…]

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राजनीति

ग्राउंड रिपोर्ट: धरती बचाने के संघर्ष से पीछे नहीं हट रहीं जबरकोट की महिलाएं

चमोली। उत्तराखंड में चमोली जिले के जबरकोट में कुछ दिनों की चुप्पी के बाद गांव की महिलाओं और गांव में स्टोन क्रशर लगाने वाले व्यक्ति [more…]

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बीच बहस

‘अनहद’ का गांधी विशेषांक: सत्ता के नैतिक विमर्श में गांधी हमेशा बने रहेंगे

गांधी पर ‘अनहद’ का विशालकाय (650 पृष्ठों का) अंक एक सुखद आश्चर्य की तरह आया है; गांधी के हत्यारों के प्रभुत्व-काल में ही गांधी के [more…]

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बीच बहस

आज़ादी, उपलब्धियां और जनसंघर्ष

स्वतंत्रता प्राप्ति की एक और वर्षगांठ बीत चुकी है। आजादी कैसे प्राप्त हुई? 75 साल में किसी ने क्या पाया, क्या खोया? देशवासी भी खुश [more…]

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बीच बहस

आज़ादी के पचहत्तर वर्ष: प्रोपोगंडा बनाम यथार्थ

भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह अजीब संयोग और विडंबना है कि स्वतंत्रता आंदोलन से विरत रहने वाले, आज़ादी के [more…]

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ज़रूरी ख़बर

श्रीदेव सुमन: राजभक्त जिसकी मौत बनी राजशाही की मौत का कारण

राजतंत्रों के इतिहास में शायद ही ऐसे मौके आये होंगे जब किसी राजभक्त की मौत राजशाही के अन्त का कारण बनी होगी। ऐसा उदाहरण भारत [more…]

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संस्कृति-समाज

जन्मदिन पर विशेष: जिंदा रहते किंवदंती बन गए थे नजरुल इस्लाम

काजी नज़रुल इस्लाम (24 मई 1899 – 29 अगस्त 1976) बांग्ला के एक प्रसिद्ध कवि, लेखक, संगीतकार और बांग्लादेश के राष्ट्रीय कवि थे। नजरुल को [more…]

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बीच बहस

इतिहास के आइने में कांग्रेस के चिंतन शिविर 

स्वतंत्र भारत का संविधान तैयार करने वाली संविधान सभा के अध्यक्ष और संप्रभुता-सम्पन्न भारत गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेन्द्र प्रसाद ( 3 दिसंबर 1884: 28 फरवरी 1963 ) ने [more…]