‘घुट रहा है दम मेरा ये नफ़रती माहौल मत क्रिएट करो’

मैं उनके जैसे लाखों लोगों के बारे में सोचने लगा जो हमारे देश में नफरत फैलाने, दंगा भड़काने और निर्दोषों की…

प्रताप भानु मेहता का लेख: घुटन भरी छाया हट गई है, संतुलन बहाल हो गया है

2024 का आम चुनाव एक अद्भुत क्षण है। निराशा का माहौल, अधिनायकवाद की दमघोंटू छाया और सांप्रदायिकता की घिनौनी हवाएं,…