मनुष्यता और धार्मिकता को विवेक की जरूरत है, भय और भगदड़ की नहीं!

अब तक कुंभ नगरी इलाहाबाद (नया नाम प्रयागराज) और आसपास के इलाकों से तीर्थयात्रियों के भगदड़ में या भीड़ भरी…

सर्व सेवा संघ: सत्याग्रह से सरकार की सद्बुद्धि की कामना

वाराणसी। न्याय के दीप जलाएं- 100 दिनी सत्याग्रह आज अपने 42 वें पायदान पर पहुंच गया है। सत्याग्रह के क्रम…

लंदन यात्रा: लोकतंत्र में प्रधानमंत्रियों के ठिकानों की अपनी अपनी अदाएं !

“भय मुक्त होकर राजसत्ता से सत्य कहो। डरो नहीं।” देश में विदेशी सत्ता के विरुद्ध भारतीयों के लिए यह सन्देश…

फैज़ अहमद फैज़ की कविता और प्रेम, देह, प्रतिरोध पर एक नज़रिया

‘मुझसे पहली सी मोहब्बत मिरी महबूब न मांग’  फैज़ अहमद फैज़ की बेहद मशहूर नज़्म, इतनी मशहूर कि कुछ लोग…