नई दिल्ली। जाति और जाति के आधार पर शोषण भारतीय समाज की कटु सच्चाई है, इसने न सिर्फ़ भारतीय समाज…
शासक वर्ग की हेजेमनी: शासक वर्ग के पास होता है उत्पादन के साधनों का स्वामित्व
शासक वर्ग मुट्ठी भर होता है, लेकिन वह बहुसंख्यक पर हर तरह से राज करता है। यह सवाल समाज के…
क्या ‘कल्याणकारी राज्य’ के सिद्धांत वापसी से मेहनतकश वर्ग की ज़िंदगी बदल सकती है ?
पिछले कुछ वर्षों से भारत सहित दुनिया के कई अन्य देशों में आम बजट लागू होने या इससे पहले भी…
मजदूर दिवस पर विशेष: क्या मज़दूर वर्ग की परिभाषा बदल रही है?
सुबह-सुबह दो कामगार निकलते हैं,एक के कंधे पर कुदाल,दूसरे पर लैपटॉप,कुदाल वाला तो,शाम होते-होते घर लौट आता है,लेकिन लैपटॉप वाले…