विश्व आदिवासी दिवस: गरीबी और भुखमरी का दंश झेलने को क्यों मजबूर हैं आदिवासी?
“अबुआ दिशुम, अबुआ राज” मतलब अपना देश, अपना राज। यह नारा था अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोही जननायकों का, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत, महाजनी प्रथा और [more…]
“अबुआ दिशुम, अबुआ राज” मतलब अपना देश, अपना राज। यह नारा था अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोही जननायकों का, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत, महाजनी प्रथा और [more…]
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत मनिका प्रखंड कार्यालय परिसर में ग्राम स्वराज मजदूर संघ के द्वारा एक कार्यक्रम का [more…]
आज अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस के अवसर पर हजारों की संख्या में, कोठागुडेम, तेलंगाना में एआईकेएमएस के नेतृत्व में, आदिवासियों ने वन अधिकार कानून 2006 के [more…]
विश्व आदिवासी दिवस मनाने की शुरुआत 1994 से यानी 26 वर्ष पहले शुरू हुई थी। इसके बावजूद झारखंड के रांची में तमाम आदिवासी इससे अनभिज्ञ [more…]
बस्तर। छत्तीसगढ़ का जगदलपुर देश का पहला नगर निगम बन गया है, जहां शहरी लोगों को वन भूमि का अधिकार मिल गया है। मुख्यमंत्री भूपेश [more…]
आज नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस है। यानी आदिवासियों का दिन। जैसा कि हर आपदा में होता है समाज का जो तबका सर्वाधिक वंचित [more…]