तन्मय के तीर

यूएस फ्रीडम हाउस ने अभी अपनी रिपोर्ट में भारत को आंशिक रूप से स्वतंत्र बताया है। फ्रीडम हाउस की यह रिपोर्ट नागरिक जीवन से जुड़े कई सर्वेक्षणों पर आधारित है। इसमें बताया गया है कि किस तरह से लोगों की स्वतंत्रता लगातार छीनी जा रही है। संस्थाओं से लेकर नागरिक जीवन तक में इसका दबाव महसूस किया जा रहा है। किसान आंदोलन के इतने दिनों जारी रहने के बाद भी उस पर सरकार की तरफ से कोई सुनवाई का न होना बताता है कि देश में लोकतंत्र को बेमानी करार दे दिया गया है। और आंदोलन को तोड़ने के लिए पुलिस बल से लेकर सड़कों पर कील तक ठोकने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही दूसरी तरफ भगवा घेरेबंदी तेज कर दी गयी है। लिहाजा कहा जा सकता है कि नागरिक स्वतंत्रता खतरे में है। इसी मसले पर तन्मय ने अपने तीर चलाए हैं। आप भी उसको देखिए।

More From Author

यूपी कानपुर में गैंगरेप की शिकायत करने वाले पिता की अस्पताल के सामने ट्रक से कुचलकर मौत

क्या बाड़ ही खाने लगा है बीजेपी का खेत? विशेष संदर्भ उत्तराखंड

Leave a Reply