नई दिल्ली। बीजेपी को इस साल मिले 2244 करोड़ रुपये चंदे का आधा भाग दो इलेक्टोरल ट्रस्ट, एक सोलर एनर्जी कंपनी और एक वैक्सीन निर्माता कंपनी ने दिया है। बीजेपी को मिलने वाले चंदे की रिपोर्ट में अकेले प्रुडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने 723.67 करोड़ रुपये दिए हैं। उसके बाद ट्रियूंफ इलेक्टोरल ट्रस्ट का नाम आता है जिसने 127.50 करोड़ रुपये दिए हैं।पार्टी का तीसरा बड़ा दानदाता गुड़गांव आधारित सोलर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड एसीएमई है जिसने 51 करोड़ रुपये दिए हैं। इसके अलावा अहमदाबाद आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी दिनेश आर अग्रवाल इंफ्राकॉन प्राइवेट लिमिटेड, डिराइव इंवेस्टमेंट्स, रूंगटा सन्स प्राइवेट लिमिटेड और वैक्सीन बनाने वाली भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड सभी ने अलग-अलग 50-50 करोड़ रुपये दिए हैं।
देश की एक लीडिंग फार्मा कंपनी जायदूस हेल्थकेयर लिमिटेड ने 25.05 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। उदयपुर आधारित पीआई इंडस्ट्रीज लिमिटेड जो कृषि से जुड़ी इंसेक्टीसाइड्स बनाती है, ने 25 करोड़ रुपये दिए हैं। इसके अलावा एक दूसरी फार्मा कंपनी मैक्लियोड्स फार्माश्यूटिकल्स लिमिटेड, इंटास फर्माशियूटिकल्स लिमिटेड ने 25-25 करोड़ रुपये दान किए हैं। अजंता फर्माश्यूटिकल्स लिमिटेड, ट्रोइका और कैडिला ने भी 5-5 करोड़ रुपये बीजेपी को चंदे के रूप में दिए हैं।
व्यक्तिगत तौर पर भी ढेर सारे लोगों ने बीजेपी को चंदा दिया है। इसमें सबसे ऊपर पंकज कुमार सिंह का नाम है जिन्होंने 15 करोड़ रुपये दिए हैं। रमेश कुलकर्णी ने 12 करोड़, सुनील वाचानी ने 10 करोड़ दिए हैं। फ्यूचर गेमिंग और होटेल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड जिसने 2014-2019 के बीच 1368 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे थे उसने इस वित्तीय वर्ष में बीजेपी को 3 करोड़ रुपये दिए हैं।
दिल्ली आधारित प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने 2023-24 में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 156.40 करोड़ रुपये चंदे के रूप में दिए हैं। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने 289 करोड़ रुपये चंदे के रूप में हासिल किए हैं। इसमें 20 हजार रुपये के नगद, इलेक्टोरल बांड से लेकर कॉरपोरेट योगदान सब शामिल हैं।
कांग्रेस को दो कारपोरेट घरानों से क्रमश: 24 करोड़ और 10 करोड़ रुपये मिले हैं।
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