लाल किले से प्रधानमंत्री का भाषण: प्रधानमंत्री जी क्या आपको सचमुच महिलाओं के खिलाफ हिंसा और बलात्कार की चिंता है? 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने भाषण में कोलकाता की महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा हर हालत में रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि “देश, समाज और राज्य सरकारों को इस मामले का अत्यंत तत्परता से समाधान करना चाहिए। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की त्वरित जांच होनी चाहिए और इन भयावह कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों को बिना किसी देरी के सख्त सजा मिलनी चाहिए।”

महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या पर प्रधानमंत्री का चिंता जाहिर करना और दोषियों को सजा देने की बात करना बहुत ही वाजिब बात है। लेकिन प्रधानमंत्री जी क्या आप सचमुच में एक पार्टी (भाजपा) के सर्वेसर्वा के तौर पर और देश के प्रधानमंत्री के रूप में महिलाओं के खिलाफ यौन-उत्पीड़न और बलात्कार जैसे कुकृत्यों के मामले चिंतित हैं और रोकने के संदर्भ में गंभीर हैं?

प्रधानमंत्री जी गुजरात के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री के रूप में महिलाओं के खिलाफ हिंसा (यौन उत्पीड़न और बलात्कार) को रोकने के बारे में आप का रिकॉर्ड बहुत ही बदतर रहा है। इस हिंसा को रोकने को कौन कहे, आप, आपकी पार्टी, केंद्र सरकार और आपकी राज्य सरकारों ने यौन उत्पीड़कों और बलात्कारियों को बचाने और संरक्षित करने का काम किया है। मैं सबसे पहले आपके सामने हालिया उदाहरण रखता हूं।

‘बाबा’ राम रहीम का उदाहरण 

 ‘बाबा’ राम रहीम को आपकी हरियाणा सरकार 6 बार पैरोल और दो बार फरलो दे चुकी है। अभी-अभी उसको फिर से 21 दिन की फरलो मिली है। प्रधानमंत्री जी यह भी नहीं है कि राम रहीम पर सिर्फ बलात्कार का आरोप है। उसे अपने आश्रम की दो महिला अनुयायियों से बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत अगस्त 2017 में ही दे चुकी है। इसके अलावा गुरमीत राम रहीम को पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में भी कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी।

आपकी सरकार इस बलात्कारी और हत्यारे बाबा के प्रति इतनी उदार क्यों है? क्यों उसे बार-बार पैरोल दी जा रही है, क्यों उसके साथ वीआईपी ट्रीटमेंट किया जा रहा है। यह काम इसके पूर्व आरएसएस के स्वयं सेवक रहे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कर रहे थे। अब नए मुख्यमंत्री नवाब सिंह सैनी कर रहे हैं। क्या यह सब आपकी जानकारी के बिना हो रहा है? आपको इन बातों की कोई खबर नहीं है? क्या आप इतने अनजान और भोले हैं?

जिस बाबा राम रहीम को दो महिलाओं के साथ बलात्कार और एक व्यक्ति की हत्या की सजा मिल चुकी है। उसे आप और हरियाणा की सरकार बचा रही है। उसे वीआईपी ट्रीटमेंट देकर आप बलात्कारियों को क्या मैसेज दे रहे हैं। इससे बलात्कारियों का मनोबल टूटेगा या उनके अंदर यह भाव आएगा कि बलात्कार करके और हत्या करके भी, यहां तक कि सजा पाकर भी ऐशो-आराम और आज़ादी की जिंदगी जी जा सकती है।

बलात्कारियों के प्रति इस तरह की नरमी और ट्रीटमेंट देकर आप और आपकी सरकार क्या कर रही है? बलात्कार को रोक रही है या बलात्कार को बढ़ावा दे रही है? आप बलात्कारियों का मनोबल बढ़ा रहे हैं या उनका मनोबल तोड़ रहे हैं? आप ने लाल किले से महिलाओं के खिलाफ बलात्कार करने वालों को सख्त सजा की जोरदार पैरवी की है, क्या यही है आपकी सख्त सजा?

विनेश फोगाट और अन्य महिला पहलवानों का उदाहरण 

प्रधानमंत्री जी सामान्य महिलाओं की बात ही छोड़ दीजिए। इस देश के लिए तमाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने वाली महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के मामले में आप और आपकी सरकार का क्या रूख था। जबकि पुलिस ने भी सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी चार्जशीट में यह कहा कि ब्रजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के प्रमाण हैं।

आपकी पार्टी, आपके नेता, आपकी सरकार, ब्रजभूषण सिंह और आपकी सरकार के निर्देशों पर काम करने वाले कुश्ती संघ एवं ओलंपिक संघ ने क्या किया? आपकी सरकार और ब्रजभूषण शरण सिंह ने नाबालिग लड़की के परिवार वालों को डरा-धमकाकर ब्रजभूषण शरण सिंह को पाक्सो एक्ट से बचाया। जिसमें उसका जेल जाना तय था।

ब्रजभूषण शरण सिंह यह सब करके आपकी पार्टी का सम्मानित सांसद बना रहा। मुस्कुराता रहा। महिला पहलवानों के खिलाफ अनाप-शनाप बकता रहा। आपके उस समय के मंत्री अनुराग ठाकुर, ब्रजभूषण शरण सिंह को बचाने की हर कोशिश करते रहे।

आपकी पार्टी के लोग और आपके भक्त सोशल मीडिया पर यौन उत्पीड़क ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ संघर्ष कर रही महिला पहलवानों को भद्दी-भद्दी गालियां देते रहे हैं, उनके चरित्र पर कीचड़ उछालते रहे। आपकी दिल्ली पुलिस ने बेरहमी से महिला पहलवानों को घसीटा और पीटा। 

क्या आप, आपकी पार्टी, आपकी सरकार और आपके भक्तों का इस तरह एक यौन उत्पीड़क के साथ खड़ा होना और उसका समर्थन करना किसी भी तरह से महिलाओं के प्रति हिंसा को रोकने वाला था या उनके मनोबल को तोड़ने वाला था? क्या इस तरह के कृत्यों से आप और आपके लोग किसी भी तरह महिलाओं के प्रति हिंसा और हिंसकों को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं।

आप ने अंतत: एक झीने परदे का सहारा लेकर उसके बेटे को अपनी पार्टी का टिकट दिया। उसके प्यादे को कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर बैठाया।

हाथरस की दलित लड़की के साथ बलात्कार, हत्या और आनन-फानन में रातों-रात जला देने का उदाहरण 

प्रधानमंत्री जी आपको हाथरस की दलित बेटी याद होगी न। जिसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और इतना जघन्य की बाद में उसकी मौत हो गई और रातों-रात परिवार के विरोध के बावजूद, अजय सिंह बिष्ट उर्फ योगी जी की सरकार ने उसे रातों-रात जलाकर खाक में मिला दिया।

पहले तो यूपी की आपकी सरकार ने यह स्वीकार ही नहीं किया कि कोई बलात्कार हुआ है। यूपी पुलिस महानिदेशक क्राइम तक ने बलात्कार नहीं हुआ है, इस तरह का  बयान दे दिया। जाति (बलात्कारी ठाकुर थे) के आधार पर बलात्कारियों को बचाने के लिए जातिवादी हिंदू नेता और पंचायतें सामने आ गईं।

आपके मुख्यमंत्री योगी की सरकार के एक के बाद एक कदम बलात्कारियों को बचाने वाले थे। सरकार के आला अधिकारियों के निर्देश पर रातों-रात पुलिस ने दलित बेटी को आनन-फानन में जला दिया। जन दबाव में सीबीआई जांच की बात स्वीकार की गई। सीबीआई ने अपनी जांच में पाया कि बलात्कार करके हत्या करने की कोशिश की गई।

हाथरस की दलित बेटी के इस पूरे मामले में आपकी पार्टी, आपकी राज्य सरकार (यूपी), मुख्यमंत्री और पुलिस का रूख क्या था? बलात्कारियों को संरक्षण देने वाला ही न? क्योंकि बलात्कार दलित बेटी के साथ हुआ था, बलात्कारी अजय सिंह बिष्ट की जाति के थे। आप और आपकी सरकार क्या इसी तरह बलात्कार को रोकते हैं और बलात्कारियों को सजा देते हैं? है न मोदी जी? आप भूले तो नहीं होंगे!

उन्नाव रेप कांड में बलात्कारी कुलदीप सिंह सेंगर को बचाने के लिए आपकी पार्टी ने क्या-क्या नहीं किया 

आप को याद होगा कि आपकी पार्टी के लोगों ने आपकी पार्टी के बलात्कारी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को बचाने के लिए क्या-क्या नहीं किया। उसके पक्ष में आपकी पार्टी और आप की पार्टी के संगठनों ने जुलूस तक निकाला। पहले बलात्कार हुआ ही नहीं, यह कहा गया।

फिर कुलदीप सिंह सेंगर इसमें शामिल है, इससे इंकार किया गया। फिर बलात्कार की शिकार लड़की, उसके परिवार वालों और गवाहों को प्रताड़ना दी गई। कुछ की हत्या कर दी गई। पीड़िता के पिता को पुलिस हिरासत में ही मार डाला गया था।

बड़े पैमाने के जन विरोध और जनांदोलन के बाद मुकदमा दर्ज हुआ, केस चला और आखिर वह बलात्कार और अपहरण का दोषी पाया गया। कुलदीप सिंह और अन्य को 10 साल की सजा सुनाई गई। पीड़िता के पिता को पुलिस हिरासत में ही मार डाला गया था।

आपकी पार्टी, आपकी सरकार और आप ने इस मामले में क्या किया? बलात्कारियों को ही बचाने की हर कोशिश न। क्या ऐसा करने से महिलाओं के प्रति हिंसा रूकेगी? बलात्कारियों का मनोबल टूटेगा? आपके पास है कोई जवाब?

मैं यौन-उत्पीड़क चिन्यमयानंद और अन्य की बातें नहीं करता, क्योंकि आप कहेंगे कि उन्हें अदालत ने दोषी नहीं ठहराया। कैसे ठहराती, आपकी सरकार ने उनके ऊपर लगे बलात्कार और यौन उत्पीड़न के मामलों को ही वापस ले लिया। यह काम यूपी के मुख्यमंत्री अजय सिंह बिष्ट की अगुवाई में हुआ।

कठुआ की मामूस बच्ची और बिलकिस बानो का उदाहरण 

मैं जानता हूं कि प्रधानमंत्री जी आप और आपकी पार्टी मुस्लिम बच्ची या महिला के साथ बलात्कार को बलात्कार नहीं मानते। वह आपकी और आपके विचारधारा के लोगों की नजर में हिंदुओं का मुसलमानों से लिया गया बदला है। कठुआ की मासूम बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार करने वालों और उसकी हत्या करने वालों के बचाव में आपकी पार्टी और आपकी विचारधारा से जुड़े संगठन सड़कों पर उतर आए। उस समय आप कहां थे, प्रधानमंत्री जी? 

बिलकिस बानो के साथ सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के हत्यारों के साथ आपकी गुजरात की सरकार ने क्या किया? बहुत कुछ लिखा और कहा जा चुका है। आपकी पार्टी और उसके नेताओं ने उन बलात्कारियों और हत्यारों का नायक की तरह स्वागत किया। जबकि अदालतों ने उन्हें बलात्कारी के रूप में सजा दी थी। 

ये तो कुछ चंद चर्चित उदाहरण हैं, प्रधानमंत्री जी। जिससे आपकी पार्टी, आपके नेता, आपकी सरकारों और आपका महिलाओं के बलात्कारियों और हत्यारों के प्रति क्या रूख है, उसका साफ-साफ पता चलता है। 

प्रधानमंत्री जी आपके शासन के पिछले 10-11 सालों में बलात्कारियों को संरक्षण दिया गया। उनके मनोबल को बढ़ाया गया है। बलात्कार और बलात्कारियों के प्रति घृणा को नहीं, उनके प्रति प्रेम और सहानुभूति को आप लोगों ने बढ़ावा दिया है। सारे उदाहरण इसके प्रमाण हैं।

आप देश को और भारत की जनता को गुमराह करने की कोशिश मत कीजिए। आप महिलाओं के प्रति हिंसा और उनके साथ होने वाले बलात्कार और यौन उत्पीड़न को लेकर चिंतित हैं, हो सकता है कि कुछ आपके चंद अंध भक्त इसे मान लें। लेकिन शायद ही देश की बड़ी आबादी इस बात को स्वीकार करे। बलात्कार और बलात्कारियों के मामले में आपका रिकॉर्ड बहुत ही खराब है। सारे तथ्य जग-जाहिर हैं। अब कम से कम इस मामले में आप देश और देश की जनता को मूर्ख नहीं बना सकते।

आप ने लाल किले से सिर्फ महिलाओं के प्रति हिंसा और बलात्कारियों-हत्यारों को सख्त सजा देने की बात इसलिए की, क्योंकि मामला विपक्षी पार्टी शासित राज्य का है। आप इस मुद्दे पर चिंतित हैं, शायद ही कोई विश्वास करे।

आप महिलाओं के प्रति हिंसा और बलात्कार की पश्चिम बंगाल की दिल-दहला देने वाली घटना को उठाकर सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं। बहुत हो चुका प्रधानमंत्री जी कम से कम इस तरह के मामलों पर लाल किले से राजनीतिक रोटी मत सेंकिए। यह मामला आधी-आबादी की सुरक्षा और गरिमा से जुड़ा हुआ है।

प्लीज, देश और समाज को इतने गर्त में मत ले जाइए। कुछ शर्म कीजिए, कुछ तो 15 अगस्त, प्रधानमंत्री पद और देश का ख्याल रखिए मोदी जी।

(डॉ. सिद्धार्थ लेखक और पत्रकार हैं।)

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