गुजरात हाई कोर्ट ने केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) के उस आदेश को रद्द कर दिया, जिसमें विश्वविद्यालय को पीएम मोदी की डिग्रियों के बारे में ‘जानकारी करने’ का निर्देश दिया गया था। यही नहीं अदालत ने सूचना के अधिकार कानून के तहत ये जानकारी मांगने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगा दिया है। और जुर्माने की राशि को चार दिनों के भीतर गुजरात राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के पास जमा करने का निर्देश दिया है।
गुजरात उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को गुजरात विश्वविद्यालय की एक याचिका को स्वीकार कर लिया और केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के एक आदेश को रद्द कर दिया, जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्रियों के बारे में “सूचना इकट्ठा” करने के लिए विश्वविद्यालय को निर्देश दिया था।
न्यायमूर्ति बीरेन वैष्णव की अदालत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया, जिन्होंने सूचना के अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत सूचना का अनुरोध किया था, और उन्हें चार दिनों के भीतर गुजरात राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के पास राशि जमा करने का निर्देश दिया।
विश्वविद्यालय की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता तुषार मेहता, जो भारत के सॉलिसिटर जनरल भी हैं, पेश हुए थे।
गुजरात उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को केजरीवाल के वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता पर्सी कविना और अधिवक्ता ओएम कोतवाल के अनुरोध को मानने से इनकार कर दिया, जिसमें आदेश पर रोक लगाने पर अनुरोध किया गया था। बहस के दौरान अदालत ने लागत के पहलुओं पर सुनवाई की के अनुरोध को खारिज कर, यह भी दर्ज किया कि अदालत ने केजरीवाल के वकील के अनुरोध को खारिज कर दिया है।
अदालत के इस फैसले के बाद आम आदमी पार्टी ने पीएम मोदी के ट्विटर पर अभियान छेड़ दिया। आम आदमी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर से ट्वीट किया गया कि हम लूट मचाएंगे, लेकिन डिग्री नहीं दिखाएंगे।
गुजरात हाईकोर्ट के इस फैसले पर आम आदमी पार्टी ने आक्रामक रूख अपनाया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया-“क्या देश को ये जानने का भी अधिकार नहीं है कि उनके PM कितना पढ़े हैं? कोर्ट में इन्होंने डिग्री दिखाए जाने का ज़बरदस्त विरोध किया। आखिर क्यों? और उनकी डिग्री देखने की माँग करने वालों पर जुर्माना लगा दिया जायेगा? ये क्या हो रहा है? अनपढ़ या कम पढ़े लिखे पीएम देश के लिए बेहद ख़तरनाक हैं।”
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया-“आज ये साबित हो गया कि भारत के प्रधानमंत्री एक अनपढ़ प्रधानमंत्री हैं। जिस पीएम को 140 करोड़ लोगों ने चुनकर भेजा, उसकी डिग्री क्या है पता नहीं चलना चाहिए?
डिग्री पूछने पर जुर्माना कर देते हैं? हास्यास्पद बयान देते हैं, न साइंस का पता है, न इतिहास-भूगोल पता है।”
(जनचौक की रिपोर्ट।)