नई दिल्ली। महात्मा गांधी के पड़पोते तुषार गांधी ने आरएसएस पर दिए गए अपने बयान पर माफी मांगने से इंकार कर दिया है। उन्होंने आरएसएस को देश की आत्मा के लिए कैंसर बताया था। इसके साथ ही उन्होंने उसकी गद्दारी का पर्दाफाश करने की बात कही थी।
गांधी ने यह बयान केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम में गांधावादी पी गोपीनाथ नायर की प्रतिमा के उद्घाटन के मौके पर बुधवार को दिया था। उन्होंने आरएसएस और बीजेपी को खतरनाक और छली शत्रु बताया था।
गांधी ने कहा था कि हम बीजेपी को हराने में कामयाब हो जाएंगे लेकिन आरएसएस एक जहर है। वो देश की आत्मा को बर्बाद करने की कोशिश कर रहा है। राष्ट्र की आत्मा कैंसर से ग्रसित हो गयी है और संघ परिवार इसको फैला रहा है। हमको इससे सतर्क रहना चाहिए क्योंकि अगर आत्मा चली गयी तो सब कुछ खत्म हो जाएगा।
एर्नाकुलम के अलुवा स्थित यूनियन क्रिश्चियन कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में शुक्रवार को बोलते हुए गांधी ने संघ परिवार से सीधा मोर्चा लेने की बात कही।
उन्होंने कहा कि हमने गद्दारों का लगातार पर्दाफाश करने का फैसला लिया है। वो चाहते हैं कि हमने जो कहा है उसके लिए मैं माफी मांगू। वो चाहते हैं मैं अपने बयान वापस ले लूं। मैंने उनको बताया कि मैं ऐसा नहीं करने जा रहा हूं। जब मैं ऐसी चीजें कहता हूं तो मैं उसके लिए माफी नहीं मांगना चाहता और न ही बयान को वापस लूंगा। मैं केवल यही कह सकता हूं कि इस घटना ने गद्दारों का पर्दाफाश करने के मेरे संकल्प को और मजबूत किया है। क्योंकि यह लड़ाई आजादी की लड़ाई से भी बहुत जरूरी है। अब हमारे पास एक साझा शत्रु है जिसका पर्दाफाश करने की ज़रूरत है।
जिस तरह से उनकी कार को ब्लॉक किया गया गांधी ने उसको लेकर अचरज जाहिर किया और उन्होंने कहा कि यह केरल की संस्कृति पर फिट नहीं बैठता है जहां लोगों के अधिकारों की अभी भी रक्षा की जाती है।
उन्होंने कहा कि हम विपक्ष के साथ-साथ रहे हैं। हमने कभी एक दूसरे को मौन करने की कोशिश नहीं की। हमें अपने केरल की आत्मा और मलयाली की भावना की रक्षा करने की जरूरत है। यह बेहद जरूरी है कि इस तरह के जहरीले लोग केरल के बाहर रखे जाएं।
शुक्रवार को बीजेपी ने नेय्याटिंकारा में तुषार गांधी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था।
आशंका जाहिर करते हुए गांधी ने एक्स पर लिखा कि बापू के हत्यारों के वंशज और आरएसएस आज नेय्याटिंकारा में उनकी प्रतिमा के सामने इकट्ठा हो रहे हैं। मुझ इस बात की आशंका है कि कहीं वो उनकी प्रतिमा को भी गोली न मार दें।