प्रयागराज: वॉट्सएप स्टेटस को लेकर खूनी जंग, भाजपा से जुड़े ठाकुरों ने सपा से जुड़े यादव युवक की हत्या की

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उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद से छोटी-छोटी चीजें और हंसी मजाक बड़े विरूप और हिंसक राजनीतिक रूप ले लेते हैं इसका एक सटीक उदाहरण है प्रयागराज में वॉट्सएप स्टेटस को लेकर हुयी हत्या। गौरतलब है कि मरहूम सोनू यादव गांव में ही खेती और दूध का व्यवसाय करते थे और समाजवादी पार्टी से भी जुड़े हुए थे। 

जबकि अभियुक्त ठाकुरों का परिवार भारतीय जनता पार्टी से जुड़ा हुआ है। घटना प्रयागराज ज़िला मुख्यालय से क़रीब चालीस किलोमीटर दूर कौंधियारा थाने में कठौली कंचनवा गांव का एक टोला जुगल का पुरवा की है। 

25 जुलाई रविवार को संदीप यादव ने एक विरहा वीडियो को अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लगाया। यह स्टेटस प्रियम सिंह इत्यादि को बुरा लगा। स्थानीय लोगों के मुताबिक इस वीडियो को जब प्रियम सिंह ने देखा तो संदीप यादव से सोशल मीडिया पर मैसेज के जरिये बोला कि ज्यादा नेता मत बनो वीडियो डिलीट कर दो। संदीप ने जवाब में कहा कि नहीं करूंगा, जो करना है कर लो। 

अगले दिन 26 जुलाई को वॉट्सएप स्टेटस के वीडियो से नाराज़ प्रियम सिंह, भाई प्रीतम सिंह व अन्य उसके घर जा रहे थे। रास्ते में सोनू और संदीप मिल गए। रास्ते में ही विवाद हो गया। भगवती सिंह के बेटों ने रामराज यादव के बेटों- सोनू यादव और संदीप यादव को पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया। सोनू को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर ज़िला चिकित्सालय पहुंचाया गया, लेकिन अगले दिन उसकी अस्पताल में मौत हो गई। 

वहीं पीड़ित परिजनों का कहना है कि संदीप का वह वॉट्सएप स्टेटस समाजवादी पार्टी के चुनाव प्रचार के लिए तैयार किए गए एक गीत का वीडियो था। जबकि गांव के लोगों का दावा है कि इस वीडियो में अजीत सिंह नाम के एक बिरहा गायक का गीत था जिसमें वो ‘यूपी के सभी ठाकुरों को अहिरों का सार (साला)’ बताया है। 

गौरतलब है कि कठौला कंचनवा टोला में एक कच्चे और खपरैल घर में रामराज यादव का आवास है। और बस एक ही घर छोड़कर मिट्टी और खपरैल का ही भगवती सिंह और उनके भाई का आवास है। यूं तो दोनों पड़ोसी परिवारों के बीच वर्षों से मधुर संबंध रहा है, दोनों परिवार एक दूसरे के सुख दुख में भागीदारी करते आये हैं। लेकिन प्रदेश में भगवा सरकार क्या आयी पड़ोसियों के बीच बेवजह दरार पैदा हो गयी। 

मृतक सोनू यादव के पिता रामराज यादव के मुताबिक “उस दिन हमारे घर पूजा हुई थी। ठाकुर लोग भी प्रसाद लेकर गए थे। शाम को साढ़े सात बजे हम लोग बाहर बैठे थे कि अचानक हम लोगों ने देखा कि भगवती सिंह के बेटे प्रियम सिंह और प्रीतम सिंह मेरे बेटों संदीप और सोनू को लाठी से पीट रहे थे”।  

रामराज सूनी कातर आंखों में वो खूनी मंजर लिये हुये बताते हैं कि मैं और मेरे परिवार के लोग जब तक वहां पहुंचते तब तक सोनू को काफ़ी चोट आ गई थी जबकि संदीप घर की ओर भाग आया था। उधर भगवती सिंह अपने बच्चों को मना करने की बजाय “और मारने” की बात कह कर उकसा रहे थे और दूसरे लोग उन्हें पीट रहे थे। मेरे बेटे सोनू के सिर में काफ़ी चोटें आईं। 

23 वर्षीय सोनू की अभी कुछ महीनों पहले शादी हुई थी। पति की मौत के बाद उसकी नवव्याहता का रो-रोकर बुरा हाल है। जबकि मां अभी तक इस बात पर यकीन नहीं कर पा रही है कि आखिर एक छोटी सी बात के लिए सोनू को इतना क्यों पीट दिया गया कि उसकी मौत हो गई। 

सोनू की मां कहती हैं, ” उन लोगों की आंखों में ख़ून सवार था। हम लोग बचाने के लिए पहुंचे, तो उन्होंने मुझे और मेरी बहू के ऊपर भी कई लाठियां बरसायीं। हमारी चीख पुकार सुनकर जब गांव के और लोग जुट आये, तब कहीं जाकर वो लोग मेरे बेटे से को छोड़कर भागे”। 

चार अभियुक्तों की गिरफ़्तारी

मृतक सोनू यादव के परिजनों की तहरीर पर चार लोगों के ख़िलाफ़ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई और गुरुवार को पुलिस ने चारों अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया है। 

प्रयागराज के पुलिस अधीक्षक (यमुनापार) सौरभ दीक्षित ने मीडिया को दिये पुलिस बयान में बताया है कि, “प्रीतम सिंह, प्रियम सिंह, उनके पिता शिशुपाल सिंह और चचेरे भाई भगवती सिंह को ग़िरफ़्तार कर लिया गया है। विवादित स्टेटस लगाने को लेकर ही झगड़ा हुआ था, जिसमें चार लोग नामजद किए गए थे। चारों की गिरफ्तारी हो गई है।”

कौंधियारा थानाध्यक्ष प्रिंस अधीक्षक ने बताया कि चारों को क्षेत्र के राम का पूरा के पास से प्रीतम सिंह, प्रियम सिंह, उनके पिता शिशुपाल सिंह और चचेरे भाई भगवती सिंह उर्फ भुवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके पास हत्या में प्रयुक्त लाठी बरामद कर ली गई है। उन्हें जल्द कोर्ट में पेश किया जाएगा। 

सोनू यादव की मौत के बाद ही समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं का उसके घर जमावड़ा शुरू हो गया।

समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके कहा गया है कि “सपा कार्यकर्ता की श्री अखिलेश यादव जी का गीत बजाने पर सत्ता संरक्षित गुंडों द्वारा सोनू यादव की हत्या घोर निंदनीय। हत्यारों को मिले कठोरतम सज़ा। “

(प्रयागराज से जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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