ज़्यादा से ज़्यादा टेस्टिंग में जुटे बीएमसी कमिश्नर ने पाया तबादले का तोहफ़ा

नौकरशाही को दुनिया भर में समाज के सबसे सुरक्षित तबक़े का स्थान हासिल है। इसके बावजूद जब कभी सियासी हुक़्मरानों…

शराब जिसे भी शर्मनाक लगे, सरकारों के लिए तो संजीवनी और कमाऊ पूत है

लॉकडाउन में ढील मिलते ही राज्य सरकारों ने शराब की दुकानों को क्या खोला वहाँ से एक से एक एक…

असंगठित क्षेत्र और दिहाड़ी मज़दूरों की परवाह से ही पटरी पर लौटेगी अर्थव्यवस्था

भारत के 90 फ़ीसदी लोगों का गुज़र-बसर असंगठित क्षेत्र और दिहाड़ी मज़दूरी के ज़रिये ही होती है। अर्थव्यवस्था में इस…

क्या सोनिया का मास्टर स्ट्रोक है परदेश में फँसे ग़रीबों का रेल-भाड़ा भरने का फ़ैसला?

कोरोना संकट के दौरान परदेश में फँसे और पाई-पाई को मोहताज़ ग़रीब और प्रवासी मज़दूरों के लिए काँग्रेस की ओर…

नापसन्द था नेहरू वाला फंड तो उसका नाम बदल देते, फ़ालतू में नये फंड की नौटंकी क्यों?

कोरोना वायरस परिवार के नये सदस्य कोविड-19 के जन्म और संक्रमण से पनपी वैश्विक आपदा की चुनौतियों के लिए प्रधानमंत्री…

अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी ने भी माना कि कृत्रिम नहीं है कोविड 19 वायरस, ट्रम्प की परेशानी बढ़ी

वैसे तो सारी दुनिया में जनता की नब्ज़ को भाँपने के लिए अनेक सर्वेक्षण होते हैं, लेकिन अमेरिकी सर्वेक्षणों की…

अद्भुत है मोदीजी की ‘कष्ट-थिरैपी’!

बात कई दिन पुरानी है, लेकिन है झकझोर देने वाली सच्ची घटना। एक नौकरशाह ने प्रधानमंत्री की चाटुकारिता करते हुए,…

धन्य है गोदी मीडिया जिसने प्रधानमंत्री के बयान को भी ‘अंडरप्ले’ कर दिया!

मुख्यमंत्रियों के साथ 27 अप्रैल को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो सबसे बड़ी बात कही, उसे…

संविधान का एक नियम यदि कोरोना की वजह से टल सकता है तो दूसरा क्यों नहीं?

कोरोना की आफ़त की वजह से यदि संविधान का अनुच्छेद 324 निलम्बित हो सकता है तो फिर इसी का अनुच्छेद…

कोरोना से ज़्यादा विध्वसंक है नस्लवादी वायरस

कोरोना वायरस को भले ही हम माइक्रोस्कोप (सूक्ष्मदर्शी) के बग़ैर नहीं देख सकते, लेकिन इसकी संक्रमण क्षमता और इसका ताडंव…