सपा सांसद आरके चौधरी ने राजशाही (सामंतवाद) के प्रतीक सेंगोल को संसद से हटाने और उसकी जगह संविधान की कॉपी…
अखिलेश यादव के खिलखिलाते चेहरे के पीछे का राज क्या है?
2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद जिस व्यक्ति का चेहरा सबसे अधिक दमक रहा है, जिसका चेहरा सबसे…
पुरुषोत्तम अग्रवाल बनाम अरुंधति राय: एक को साहित्य अकादमी पुरस्कार तो दूसरे को मिला यूएपीए
किसी देश की स्टेट पॉवर को ठीक-ठीक पता होता है कि कौन उसके काम का है और कौन उसके लिए चुनौती…
मुसलमानों की धर्मनिरपेक्षता, संविधान और लोकतंत्र के पक्ष में निर्णायक वोटिंग
2024 के लोकसभा चुनावों में उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक देश के हर हिस्से में जिस समुदाय…
अरुंधति रॉय को UAPA के तहत जेल भेजने की तैयारी हिंदू राष्ट्रवाद का खौफ़नाक मंजर है
(अरुंधति रॉय द्वारा वर्ष, 2010 में एक सेमिनार में कश्मीर पर दिये गए वक्तव्य को आधार बनाकर यूएपीए की कठोर…
RSS पर जब भी खतरा मंडराता है, लेफ्ट-लिबरल और सोशिलिस्ट उसे बचाने आ जाते हैं
अब तक यही इतिहास रहा है कि जब भी आरएसएस पर खतरा मंडराता है या उसका अस्तित्व खतरे में दिखता…
यूपी कांग्रेस का सांगठनिक ढांचा ऐसा है नहीं कि दलित सहजता से जुड़ सकें
भले ही उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन के हिस्से के रूप में कांग्रेस को दलितों के एक हिस्से का वोट…
चे ग्वेरा की ‘मोटर साइकिल डायरीज़’ से भारतीय राजसत्ता आखिर भयभीत क्यों हो गई है?
चे ग्वेरा का भूत अब भारतीय राजसत्ता को सता रहा है। लगता है कि उनकी रूह कब्र से निकल कर…
नरेंद्र मोदी परिघटना अपने अंत की ओर बढ़ रही है
मई के चुनावी महीनों में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश की यात्रा और समाज के विभिन्न तबकों-वर्गों के साथ संवाद…
हाल-ए-लद्दाख-3: लद्दाखियों के पश्मीना मार्च से क्यों घबरा गई केंद्र सरकार?
लेह। गांधी के दांडी मार्च से प्रेरित लद्दाखियों की पश्मीना मार्च मांग और घोषणा केंद्र सरकार के गले की हड्डी…