नब्बे के दशक में नरसिम्हा राव सरकार द्वारा जब भारत में नव उदारवादी नीतियां लाई गई थीं, उसी समय भूतपूर्व…
दिल्ली विधानसभा चुनाव : इस बार दलित वोटर किसके साथ?
इसी दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सेंट्रल दिल्ली में मौजूद वाल्मीकि मंदिर में…
हिमालय के ग्लेशियरों का पिघलना एक बडे़ ख़तरे का संकेत है?
दुनिया के पर्यावरण संतुलन में हिमालय का बहुत योगदान है। इस पर्वत श्रृंखला में दुनिया की सबसे ऊंची पर्वतमालाएं हैं…
महाकुंभ में उत्तर प्रदेश के मंत्रिपरिषद की बैठक: धर्म और राजनीति के गठजोड़ का एक और उदाहरण
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में उत्तर प्रदेश सरकार ने अभूतपूर्व फैसला लेते हुए इसी बुद्धवार 22…
पुरातत्व विभाग बना हिन्दुत्ववादी एजेंडे का राजनीतिक उपकरण
मैं जब पिछले दिनों दिल्ली का पुराना किला देखने गया, तो पता लगा कि किले के म्यूजियम हॉल का दस…
क्या भारतीय डाक व्यवस्था के निजीकरण की तैयारी पूरी हो गई ?
इसी दिसम्बर के दूसरे माह में जब मैं कुछ पुस्तकों को पोस्ट करने पोस्ट ऑफिस गया,तो पता लगा कि डाक…
जाने की इतनी जल्दी भी क्या थी ज़ावेद?
10 दिसम्बर को क़रीब दिन में 2 बजे एनएसआई हिन्दी प्रदेश के वाट्सएप ग्रुप पर हम लोगों के मित्र और…
क्यों है मानवाधिकार आंदोलन को जन आंदोलन बनाने की ज़रूरत ?
10 दिसम्बर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने 30 सूत्री सार्वभौम मानवाधिकार चार्टर घोषित किया था। इस वर्ष इस घोषणा…
बाबरी मस्जिद विध्वंस: क्या इससे हमने कोई सबक सीखा?
6 दिसम्बर 1992 को लाखों उन्मादी भीड़ ने उत्तर प्रदेश की अयोध्या में पुलिस प्रशासन के सहयोग से एक मध्यकालीन…
डॉलर के विकल्प पर ट्रंप की ब्रिक्स देशों को चेतावनी के क्या हैं असली निहितार्थ ?
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब पहली बार राष्ट्रपति बने थे तब भी वे अपने अनेक विवादास्पद बयानों के लिए…