जन्मदिन विशेष: अमृत काल के नागरिक के लिए उत्पल दत्त के पॉलिटिकल थियेटर को समझना क्यों है जरूरी?
हिंदी पट्टी की बहुधा आबादी उत्पल दत्त को एक हास्य कलाकार के तौर पर जानती है। उन्होंने ‘गोलमाल’, ‘चुपके चुपके’, ‘रंग बिरंगी’, ‘शौक़ीन’ और ‘अंगूर’ [more…]
हिंदी पट्टी की बहुधा आबादी उत्पल दत्त को एक हास्य कलाकार के तौर पर जानती है। उन्होंने ‘गोलमाल’, ‘चुपके चुपके’, ‘रंग बिरंगी’, ‘शौक़ीन’ और ‘अंगूर’ [more…]
मिर्ज़ा ग़ालिब उर्दू के अज़ीम शायर हैं। वे जितने उर्दू ज़बान में मक़बूल हैं, उतने ही उन्हें हिंदी में चाहने वाले हैं। उनकी शायरी हिंदुस्तानी [more…]
देवेंद्र सत्यार्थी एक विलक्षण इंसान थे। पूरे हिंद उपमहाद्वीप में उनकी जैसी शख़्सियत शायद ही कोई हो। वे उर्दू-हिंदी-पंजाबी जुबान के अज़ीम अदीब थे। मगर [more…]
निदा फ़ाज़ली उर्दू और हिन्दी ज़बान के जाने-पहचाने अदीब, शायर, नग़मा निगार, डायलॉग राइटर थे। निदा फ़ाज़ली ने कुछ अरसे तक पत्रकारिता भी की, लेकिन [more…]
वे असाधारण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनीतिक चिंतक और करिश्माई संगठनकर्ता थे। देश में साम्यवादी आंदोलन उन्हीं की अगुआई में शुरू हुआ। आधुनिक भारत के वे [more…]
देश में उदयशंकर की पहचान भारतीय नृत्य और संगीत को वैश्विक फ़लक पर स्थापित करने वाले एक अद्भुत कलाकार की है। जिन्होंने अपनी पूरी ज़िंदगी [more…]
हिन्दी रंगमंच की दुनिया में दिनेश ठाकुर की पहचान रंगकर्मी, अभिनेता और नाट्य ग्रुप ‘अंक’ के संस्थापक और निर्देशक के तौर पर है। ‘अंक’ का [more…]
अफ़साना निगार राजिंदर सिंह बेदी का दौर वह हसीन दौर था, जब उर्दू अदब में सआदत हसन मंटो, कृश्न चंदर, इस्मत चुग़ताई और ख़्वाजा अहमद [more…]
आधुनिक रंगमंच के गहन अध्येता, अभिनेता-निर्देशक, नाट्य आलोचक और नाटककार रणवीर सिंह दुनिया के इस विशाल रंगमंच पर अपनी भूमिका निभाकर, हमेशा के लिए नेपथ्य में [more…]
आधुनिक बांग्ला नाट्य मंच में शंभु मित्र की पहचान शीर्षस्थ नाटककार, अभिनेता और निर्देशक के रूप में है। उनकी पूरी जिंदगी नाटक के लिए समर्पित [more…]